सिवनी। मेगाब्लाक के लगभग छह सालों बाद अब ब्राडगेज के शुरू होने की उम्मीदें गई है। भोमा से चौरई तक ब्राडगेज परिवर्तन का काम पूरा हो गया है। वहीं 11 व 12 मार्च को सीआरएस निरीक्षण की तैयारी भी कर ली गई है। इसके पहले 10 मार्च को भोमा से सिवनी होकर चौरई तक 100 किलोमीटर की गति से माल गाड़ी को दौड़ाने की तैयारी रेलवे विभाग ने कर ली है।
दो बार दौड़ाई जाएगी मालगाड़ी : 10 मार्च को एक मालगाड़ी को कम से कम दो बार भोमा से चौरई व चौरई से भोमा के बीच 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। इसके लिए पहले ट्रेक पर काम कर रही मशीनों को किनारे हटाना सबसे बड़ी चुनौती होगी। 11 मार्च के अंतिम निरीक्षण के लिए अधिकारियों द्वारा अब चौबीस घंटे ट्रेक पर काम कराया जा रहा है। जिस भी समय भोमा से पीपरडाही के बीच का ट्रेक पूरी तरह खाली होगा वैसे ही रेलगाड़ी को दौड़ाया जाएगा।
पहले ट्रालियों से होगा निरीक्षण : भोमा से चौरई तक जो शेड्यूल निर्धारित किया गया है उसके अनुसार रेलवे के कमिशनर आफ रेलवे सेफ्टी के दल द्वारा 11 मार्च को लगभग आधा दर्जन से ज्यादा रेलवे ट्रालियों के माध्यम से सुबह 7 बजे भोमा से रेल की पटरियों का निरीक्षण शुरू किया जाएगा। यह दल लगभग डेढ़ बजे सिवनी रेलवे स्टेशन पहुंचेगा।दोपहर के बाद यह दल ट्राली से पीपरडाही (चौरई) जाएगा।अगले दिन शनिवार 12 मार्च को सुबह 10 बजे निरीक्षण दल चौरई पहुंचेगा और चौरई में खड़े सीआरएस स्पेशल रेल जिसमें लगभग 15 डिब्बे हो सकते हैं, जिनमें सभी अधिकारियों के सैलून सहित उपकरण होंगे में सवार होकर यह दल व अन्य कर्मचारी तेज गति से रेलगाड़ी चलाकर भोमा पहुंचेगा।भोमा से यह दल वापस चौरई लौटने के बाद छिंदवाड़ा के रास्ते वापस रवाना हो जाएगा। इसके बाद यह दल अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप देगा।इसके बाद रेलवे बोर्ड द्वारा भोमा से सिवनी होकर चौरई के बीच के रेलखंड में मालगाड़ी, सवारी गाड़ी आदि के परिचालन पर विचार करेगा।