सिवनी, नईदुनिया प्रतिनिधि। सीआरएस स्पेशल ट्रेन से भोमा पहुंचे अधिकारियों ने भोमा से सिवनी के बीच बनकर तैयार ब्राडगेज रेल लाइन का शुक्रवार सुबह से निरीक्षण शुरू कर दिया है। बड़ी रेलगाड़ी को पटरी पर दौड़ाने के लिए भोमा से चौरई के बीच ट्रेक तैयार हो गया। पटरियों की सुरक्षा को परखने के लिए कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) तय कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार सुबह स्पेशल ट्रेन से भोमा पहुंचे, जहां कुछ देर रुकने के बाद अधिकारियों का काफिला 20 किमी के ट्रेक का जायजा लेने ट्रालियों से सिवनी निकला। जबकि खाली ट्रेन को आगे रवाना किया गया।
सीआरएस के लिए रेलवे ट्रैक तैयार हो चुका है लेकिन स्टेशन भवन, प्लेटफार्म, सड़क सहित अन्य निर्माण कार्य तेजी से कराएं जा रहे हैं, जिन्हें पूरा होने में अभी कुछ माह और लग सकते हैं। सिवनी से भोमा के बीच पटरियों की सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद अगले दिन सिवनी से चौरई तक 34 किमी के ट्रेक का अधिकारी निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी को कोई खामी नहीं मिली, तो जल्द ही इस ट्रेक पर छिंदवाड़ा से मंडला नैनपुर के बीच रेल सेवा शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही हैं, लेकिन यह तभी हो सकेगा जब संचालन से जुड़े शेष बचे निर्माण कार्य समय पर पूरे हो जाएं।
24 घंटे चल रहा कामः ब्राडगेज को तय समय सीमा में पूरा करने 24 घंटे निर्माण कार्य चल रहा है। भोमा से चौरई के बीच 54 किमी ट्रेक की सभी तैयारियां पूरी हो गई है, जिसे परखने के लिए 8 मार्च इस ट्रेक पर हाई स्पीड इंजन का दौड़ाया जा रहा है। हालाकि निर्माण कार्य व ट्रेक के आसपास बसाहट होने के कारण कई जगह पर इंजन की रफ्तार को धीमा करना पड़ा है। 10 मार्च को मालगाड़ी भी ट्रेक पर दौड़ाई गई।
सात घंटे चलेगा निरीक्षणः 11 मार्च को सुबह 8 बजे सीआरएस स्पेशल रेल से भोमा से सिवनी रेलखंड का निरीक्षण करीब सात घंटे तक चलेगा। रेल की पटरियों (ट्रेक) का बारीकी से निरीक्षण होगा। कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी का दल करीब आधा दर्जन रेलवे ट्रालियों से रेल पटरियों की जांच करेगा। दोपहर करीब डेढ़ बजे सिवनी रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद दल ट्राली से पीपरडाही (चौरई) जाएगा।12 मार्च शनिवार को सुबह 10 बजे निरीक्षण दल चौरई पहुंचेगा और चौरई में खड़े सीआरएस स्पेशल ट्रेन से निरीक्षण करेगा। स्पेशल ट्रेन में लगभग 15 डिब्बे हो सकते हैं। चौरई तक निरीक्षण करने के बाद दल छिंदवाड़ा होते हुए वापस लौटेगा, जो अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजेगा, जिसे बाद रेलवे बोर्ड से भोमा से चौरई रेलखंड पर मालगाड़ी, सवारी गाड़ी के परिचालन पर अंतिम मोहर लगाई जाएगी।
खत्म हुआ लोगों का इंतजारः 1 नवंबर 2015 को नैरोगेज ट्रेन को अमान परिवर्तन के लिए बंद कर दिया गया था। लंबे समय चल रहे व विलंब के चलते ब्राडगेज निर्माण कार्य खर्च लगभग दो गुना हो चुका है।करीब 700 करोड़ रुपये की परियोजना पर पूरा होते होते 1300 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। हालांकि शहर व जिलेवासियों का बड़ी रेल का सपना जल्द पूरा होता दिखाई दे रहा है। परीक्षण के लिए रेल लाइन पर लगातार दौड़ रही हाईस्पीड ट्रेनों को देखते हुए रेलवे विभाग ने आम लोगों व ट्रेक के आसपास रहने वालों से रेलवे लाइन से पर्याप्त दूरी बनाकर रखने की चेतावनी दी है।साथ ही किसी भी व्यक्ति को प्लेटफार्म में टहलना, अनाधिकृत रूप से लाइन पार करना, लाइन के ऊपर बैठना, पशुओं को लाइन के पास चराने से मना किया गया है।
आपरेशन यूनिट हुआ एक्टिवः रेलवे स्टेशन भवन के टिकट काउंटर कक्ष में रेल के संचालन, नियंत्रण का कार्य करने वाले सिस्टम आपरेटिंग कंट्रोल वीडीयू (विजुअल डिस्प्ले यूनिट) का परीक्षण एक सप्ताह पहले हो चुका है। सिस्टम की खामियों को दूर कर इसे एक्टिव कर दिया गया है। आपरेशन यूनिट से जुड़े कर्मचारी भी ट्रेक पर दौड़ रही गाड़ियों की स्पीड, सिंग्नल व अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी करने में जुट गए हैं। आपरेटिंग कंट्रोल के तहत सिवनी रेलवे स्टेशन से आने जाने वाली रेल को किस लाइन में लेना है, कौन सी गाड़ी को कहां खड़ा करना है,आदि कार्य किया जाएगा। यहां पर दो आपरेटिंग कंट्रोल लगाए गए हैं जिन्हें एक-एक दिन के अल्टरनेट कार्य पर लिया जाएगा।