सिवनी में बाघ शावक का शिकार: नाखून-हड्डियां बेचने का प्रयास करने वालों को डीआरआई नागपुर ने दबोचा
हैरानी की बात यह है कि करंट लगाकर बाघ शावक का शिकार होने के बाद आरोपित ने बड़ी सफाई से शव को दफना दिया लेकिन इसकी भनक तक मैदानी वन अमले और जिले के वन अधिकारियों को नहीं लगी। बरघाट रेंजर पीयूष गौतम ने बताया कि आरोपितों से बाघ शावक के पंजे से निकाले गए 9 नाखून तथा 61 हड्डियां जब्त की गई हैं।
Publish Date: Wed, 09 Jul 2025 08:56:14 PM (IST)
Updated Date: Wed, 09 Jul 2025 09:01:28 PM (IST)
आरोपितों से जब्त हड्डियां व नाखून। सौजन्य वन विभागHighLights
- 6 आरोपितों से पूछताछ कर रहा बरघाट वन परिक्षेत्र का अमला।
- अरी बफर से लगे खापा टोला नाला के पास गड़ाया था शव।
- मौके पर गड्ढा खोदकर अवशेष जब्त करते रहे कर्मचारी।
नईदुनिया प्रतिनिधि, सिवनी। बाघ शावक के शिकार के बाद नाखून व हड्डियों को बेचने का प्रयास करते छह आरोपित को गोपनीय सूचना पर बरघाट वन परिक्षेत्र के अमले ने नागपुर डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) के सहयोग से पकड़ा है। पकड़े गए आरोपितों में दो कटंगी बालाघाट क्षेत्र के निवासी हैं, वहीं एक आरोपित बरघाट के पांडेर गांव में झोलाछाप डाॅक्टर है।
डीआरआई नागपुर दल ने विस्तृत जांच व कार्रवाई करने प्रकरण सिवनी दक्षिण सामान्य वनमंडल के बरघाट वन परिक्षेत्र को सौंप दिया है। दरअसल 7 जुलाई को नागपुर डीआरआई के दल को बाघ के नाखून व हड्डियों के विक्रय करने की सूचना मिली थी।
इस पर कार्रवाई करने पहुंचे दल ने वन अमले की मदद से तीन आरोपित भीमराज खोब्रागढ़े (69) सरेखाखुर्द बरघाट सिवनी तथा लकेश पटले (28) बनेरा कटंगी, खिनाराम पटले (38) गोपालपुर कटंगी दोनों निवासी जिला बालाघाट को 9 नाखून व 21 हड्डियों के साथ पकड़ा था।
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मौके पर गड्ढा खोदकर अवशेष जब्त करते कर्मचारी। सौजन्य वन विभाग
खेत में लगे करंट से मरा बाघ शावक
- पूछताछ में आरोपितों ने बाघ के नाखून व हड्डियां मुख्य आरोपित विनोद अड़माचे (29), प्रहलाद जुनानापते (62) दोनों निवासी खापा टोला दरासीखुर्द कुरई तथा झोलाछाप डाक्टर सोहनलाल कुशराम (74) पांडेर बरघाट निवासी से प्राप्त होने की जानकारी दी है।
- दक्षिण सामान्य वनमंडल के अमले ने एसडीओ युगेश पटेल के नेतृत्व में 9 जुलाई को खापा टोला गांव के नाले के पास एक गड्ढे में गड़ाया गया बाघ शावक का शव सहित शिकार में उपयोग अन्य सामग्री जब्त कर ली है।
प्रारंभिक जांच में लगभग 15 दिन पहले पेंच टाइगर रिजर्व के अरी बफर अंतर्गत खापा टोला गांव के खेत में फसल बचने लगे करंट से बाघ शावक की मौत होने की बात कही जा रही है। पूछताछ में सामने आया शिकार का पूरा घटनाक्रम
- जानकारी के अनुसार दरासीखुर्द के खापा टोला निवासी विनोद पुत्र वीरसिंह अड़माचे (29) ने खेत में करंट फैलाया था इसकी चपेट में आकर बाघ शावक की मौत हुई थी।
- आरोपित विनोद ने बड़ी सफाई से तीन पहिया धक्का ट्राली से बाघ शावक का शव खेत से दूर राजस्व नाला के पास एक गड्ढा खोदकर गाड़ दिया था।
- इस दौरान बाघ शावक के दो पंजे काट लिए थे, जिससे बाद में नाखून, हड्डियां को बिकवाने विनोद गांव के प्रहलाद जुनानापते (62) को साथ लेकर पांडेर गांव के झोलाछाप सोहनलाल पुत्र इमरतलाल कुशराम (74) के पास गया था।
- इसके बाद झोलाछाप डा. सोहनलाल कुशराम ने सरेखाखुर्द निवासी भीमराज पुत्र शीतल खोब्रागड़े (69) के अलावा बालाघाट निवासी लकेश पुत्र पूनमचंद पटले (28) व खिनाराम पुत्र जयराम पटले (38) से संपर्क किया।
- आरोपित भीमराज, लकेश, खिनाराम 7 जुलाई की दोपहर कटंगी सिवनी मार्ग के सरेखाखुर्द गांव में बाघ के नाखून व हड्डी बेचने ग्राहक का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच नागपुर डीआरआई के दल ने मौके पर पहुंचकर आरोपित को पकड़ा था।
मैदानी वन अमले को नहीं लगी भनक
वहीं आरोपिताें से मिली जानकारी के आधार पर दक्षिण सामान्य वनमंडल का अमला खापाटोला नाला के पास गड्ढे में खोदकर बाघ के शव को 8 जुलाई को तेज वर्षा के कारण नहीं निकाल सका था, जिसे 9 जुलाई बुधवार को बरघाट परिक्षेत्र के अमले ने बरामद किया है। घटना स्थल पर बाघ शावक के अवशेष के अलावा खेत से नाला तक लाने में उपयोग ट्राली को भी वन अमले ने जब्त किया है। पकड़े गए सभी आरोपितों से मामले में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद आरोपितों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीआरआई के सहयोग से वन अमले ने बाघ शावक का शिकार कर नाखून व हडिडयां बेचने का प्रयास कर रहे 6 आरोपितों को पकड़ा है। मामले में पूछताछ कर विस्तृत जांच की जा रही है। संबंधितों पर पहले से वन अपराध प्रकरण दर्ज होने की जानकारी नहीं है।
युगेश पटेल, उपवनमंडल अधिकारी, दक्षिण सामान्य वनमंडल सिवनी