SECL Coal Production: वर्षा से थम गई ओपन कास्ट खदानों में कोयला उत्पादन की रफ्तार
SECL Coal Production: शहडोल में कोयला उत्पादन को लेकर जिस रफ्तार से एसईसीएल सोहागपुर एरिया आगे बढ़ रही थी, लगातार पांच दिनों से हो रही बरसात ने उत्पादन की रफ्तार को रोक दिया। प्रतिदिन 16 हजार टन से घटकर पांच हजार टन कोयला उत्पादन हो गया है।
By Rahul Raikwar
Edited By: Rahul Raikwar
Publish Date: Sat, 05 Aug 2023 05:19:02 PM (IST)
Updated Date: Sat, 05 Aug 2023 05:24:41 PM (IST)
ओपन माइंस में पानी भर जाने से खड़ी गाड़ियों के कारण उत्पादन कमजोर हुआ।SECL Coal Production: शहडोल/धनपुरी, नईदुनिया न्यूज। कोयला उत्पादन को लेकर जिस रफ्तार से एसईसीएल सोहागपुर एरिया आगे बढ़ रही थी, अब इस पर ब्रेक लग गया है। शहडोल क्षेत्र में लगातार पांच दिनों से हो रही वर्षा ने क्षेत्र में कोयला खदानों से कोयला उत्पादन की रफ्तार को रोक दिया है। प्रतिदिन पहले जहां 16 हजार टन के आसपास कोयले का उत्पादन हो रहा था वह वर्षा के कारण पांच हजार टन के आसपास आकर रुक गया है। बरसात में यह पहला ऐसा मौका था जब एरिया के कोयला उत्पादन में कितनी बड़ी कमी देखने को मिली है और कहीं न कहीं इस कारण से एरिया को एक बड़ा नुकसान भी हुआ है।
इन माइंसों में गिरा उत्पादन
ओपन कास्ट माइंस में कोयला उत्पादन काफी कम देखने को मिला है। यही वजह है कि इसका सीधा असर एरिया के उत्पादन पर पड़ा है। अमलाई ओपन कास्ट जहां प्रतिदिन 5000 टन से आसपास कोयले का उत्पादन होता था वहां 3 अगस्त को मात्र 506 टन ही कोयले का उत्पादन हो सका और यह पिछले 2 वर्षों में पहली बार हुआ है। जब इस ओपन कास्ट का कोयला उत्पादन एक दिन में इतना कम हुआ हो। धनपुरी ओपन कास्ट में तो कोयले का उत्पादन ही नहीं हुआ। यही हाल शारदा ओपन कास्ट का भी रहा। भूमिगत खदानों में सीएम प्रोजेक्ट जहां कोयले का उत्पादन होता है वहां तो हालात ठीक थे, लेकिन मेगा प्रोजेक्ट रामपुर में भी कोयला उत्पादन शून्य रहा। पूरे एरिया का कोयला उत्पादन एक दिन में मात्र 5200 टन हो सका जो कि एरिया में कोयला उत्पादन का सबसे बड़ा गिरावट कहा जा सकता है।
कीचड़ के कारण काम करना मुश्किल
बरसात में कोयला उत्पादन को लेकर हालात इतने अच्छे नजर नहीं आ रहे हैं। पूरे माइंस में कीचड़ ही कीचड़ होने के कारण बड़ी बड़ी मशीनें नहीं चल पा रही हैं। गाड़ियां खड़ी कर दी गई है ,क्योंकि बरसात के कारण खदानों की जो हालत हैं उस दिशा में यहां पर काम करना प्रबंधन के लिए काफी मुश्किल भरा नजर आ रहा है। महाप्रबंधक का कहना है कि इस बात पर अधिक जोर दिया जा रहा है कि कोयला उत्पादन से पहले सुरक्षा प्राथमिकता में है और इस पर सभी अधिकारी विशेष रुप से ध्यान दें।
भूमिगत खदानों में ज्यादा असर नहीं
आज अगर देखा जाए तो एरिया की भूमिगत खदानों सीएम प्रोजेक्ट से जहां कोयला निकाला जा रहा है वहां के उत्पादन पर तो इतना असर नहीं पड़ा, लेकिन ओपन कास्ट माइंस में लगातार हो रही बरसात के कारण कोयला उत्पादन पूरी तरह से रुक गया अभी जिस तरह से मौसम का हाल है उसे देखते हुए तो यही अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में भी बारिश लगातार होगी ऐसे में ओपन कास्ट में कोयला उत्पादन करना प्रबंधन के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।