नईदुनिया प्रतिनिधि, शहडोल। जिले के देवलौंद क्षेत्र में स्थित खांड नगर परिषद के वार्ड नंबर सात में दो जंगली हाथी बीती रात आ पहुंचे और गांव में तांडव मचाया । जंगली हाथियों ने दो घरों को तोड़ दिया और तीन एकड़ से अधिक फसलों को चौपट कर दिया है। नगर परिषद में घुसे हाथियों को देख वॉर्ड वासियो में डर का माहौल बन गया। जानकारी के बाद पुलिस की 112 वाहन मौके पर पहुंची और उसने मौके पर अनाउंसमेंट कर लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी। सूचना के बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला, एक सैकड़ा से अधिक लोगों को पास के गांव में रात में शिफ्ट करना पड़ा।
जिले की सीमा बांधवगढ़ और संजय गांधी टाइगर रिजर्व से जुड़ी है। जिससे यहां जंगली हाथियों का विचारण बना रहता है। देवलौंद के शहरगढ़ में 22 हाथियों का झुंड पिछले एक साल से विचरण कर रहा है। बीती रात खांड नगर परिषद के वार्ड नंबर सात में झुंड से भटक कर दो जंगली हाथी आ पहुंचे, जिसे देख लोग डर गए और घर छोड़कर भागने लगे।
स्थानीय लोगों में से किसी एक ने पुलिस की 112 को मामले की जानकारी दी। जानकारी के बाद पुलिस की 112 वाहन मौके पर पहुंची, और अनाउंसमेंट कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई, पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी को भी इसकी खबर दी। थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर तत्काल उन्हें मौके पर बुलाया गया। जानकारी के बाद डिप्टी रेंजर शेष मणि शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला।
डिप्टी रेंजर ने बताया कि झुंड से भटक कर दो हाथी नगर परिषद के वार्ड नंबर 7 पहुंच गए, और कच्चे घरों में तोड़फोड़ कर घरों में रखे अनाज को खाया। आसपास लगी फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है । हाथियों ने तीन एकड़ से अधिक फसल को चौपट कर दिया है। उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 7 में दोनों हाथी मौजूद थे, उन्हें खदेड़ने की कोशिश वन विभाग की टीम ने की। यह पूरा क्षेत्र घनी आबादी बाला है।
यह भी पढ़ें- MP में दुष्कर्म की झूठी शिकायत दर्ज कराना महिला को पड़ा भारी, हाई कोर्ट ने दिए कार्रवाई के निर्देश
इस दौरान हमने वार्ड नंबर 7 के लोगों को रात में बकेली गांव ले जाकर पक्के मकान में सुरक्षित स्थान में पहुंचा, क्योंकि हाथियों का मूवमेंट बस्ती के अंदर था, हमें डर था कि हाथी किसी को कोई नुकसान न पहुंच सके । जिसके पहले ही हमने लोगों को बच्चों के साथ पास के गांव बकेली में पक्के मकान एवं अन्य सुरक्षित स्थानों में रात भर रुकवाया था। एक सैकड़ा से अधिक लोगों को वन विभाग की टीम ने दूसरे गांव में रुकवाया था। आज तड़के दोनों हाथी जंगल चले गए है।