नईदुनिया प्रतिनिधि, शहडोल। जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र में दो युवकों ने अपने नजदीकी गांव की एक महिला से साढ़े सात लाख रुपये धोखाधड़ी करके बैंक खाते से निकाल लिए और शादी का कर्ज पटाने के साथ ऑनलाइन गेमिंग सट्टा खेल लिया। बाद में जब मामला पुलिस में पहुंचा तो दोनों हिरासत में पहुंच गए। पुलिस के अनुसार मन्नीटोला निवासी झगड़ाखांड कालरी (छग) से सेवानिवृत्त कर्मचारी सेमला बाई केवट से साढ़े सात लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के दो आरोपित युवकों को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपितों के पास से धोखाधड़ी किए गए साढ़े सात रुपये में एक लाख 10 हजार रुपए नगद बरामद किया है। इनके पास से छत्तीसगढ़ के एक व्यक्ति की बैंक पासबुक और एटीएम भी जब्त हुआ है। जैतपुर थाना प्रभारी जिया उल हक ने बताया कि झगड़ाखांड कालरी से रिटायर्ड महिला का जैतपुर के मन्नीटोला की है। वह अपने पुराने घर में आकर रह रही थी, तभी उसकी पहचान कदौड़ी गांव के युवक महेंद्र सिंह उर्फ मोहित से हुई। इसी बीच महेंद्र ने 14 जून को मौका पाकर सेमला केवट के मोबाइल फोन से सिम निकाल कर उसमें दूसरी खराब सिम लगा दिया और उसे बता दिया फोन खराब हो गया है।
इसके बाद महेंद्र ने अपने एक साथी पुष्पराज सिंह के साथ मिलकर सेमला केवट की सिम और अन्य दस्तावेज के सहारे यूपीआई जनरेट कर लिया।इसके बाद शहडोल, अनूपपुर, रामगढ़, अमझोर और जनकपुर के कियोस्क में जाकर वहां कई किस्तों में सेमला केवट के खाते से साढ़े 7 लाख रुपए निकाल लिए। आखिरी बार 27 जून को राशि निकाली है। 28 जून को जब महिला रुपए निकालने बैंक गई पता चला कि उसने ऑनलाइन पूरा पैसा निकाल लिया है। इतना सुनते ही उसके होश उड़ गए और फिर 4 जुलाई को उसने जैतपुर थाना में शिकायत किया।
जैतपुर पुलिस ने साइबर सेल की मदद से विवेचना के दौरान कदौड़ी गांव के महेंद्र उर्फ मोहित को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो मामला उजागर हो गया। महेंद्र ने बताया कि अपने दोस्त पुष्पराज सिंह के साथ मिलकर यूपीआई जनरेट किया और अलग-अलग स्थानों के कियोस्क में जाकर साढ़े सात लाख रुपए निकाल लिए। महेंद्र के बताए अनुसार पुलिस ने पुष्पराज को भी हिरासत में ले लिया और इनके पास से छत्तीसगढ़ के किसी व्यक्ति का पासबुक एटीएम और एक लाख दस हजार रुपए नगद व मोबाइल फोन जब्त किया है।
पूछताछ के दौरान आरोपितों ने पुलिस को बताया कि निकाले गए रुपए में से 2 लाख रुपए शादी का कर्ज पटा दिया। दोनों ने ऑनलाइन गेमिंग सट्टा भी खेला जिसमें वह दो लाख रुपए हार गए। पुलिस की पूछताछ में महेंद्र उर्फ मोहित ने यह भी बताया कि साइबर फ्रॉड का यह तरीका उसने युट्यूब में देख कर सीखा है। पुलिस अधीक्षक राम जी श्रीवास्तव के निर्देशन में प्रकरण की विवेचना और आरोपितों की गिरफ्तारी में जैतपुर थाना प्रभारी निरीक्षक जियाउल हक, प्रधान आरक्षक मोहम्मद जाहिद, आरक्षक जयेन्द्र सिंह, सोनू दुबे, विजय कुमार महरा और आरक्षक सत्यप्रकाश मिश्रा (साइबर सेल) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इसे भी पढ़ें... Indore: गोवा से इंदौर आ रही इंडिगो की उड़ान की इमरजेंसी लैंडिंग, 140 यात्री सवार थे