जर्मन से मिलने के लिए शहडोल आईं शोधकर्ता रीका ... मिली मौत की खबर, बोलीं- करूंगी कहानी पर शोध; पढ़ें कौन हैं मोहनदास
लेखक उदय प्रकाश की कहानी पर फिल्म मोहनदास 4 सितम्बर 2009 को रिलीज़ हुई थी। फिल्म को सकारात्मक समीक्षा मिली और इसे फ़्राइबर्ग अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ग्रैंड प्रिक्स के लिए नामांकित किया गया। मोहनदास एक ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन मजहर कामरान ने किया है ,जो प्रसिद्ध हिंदी लेखक उदय प्रकाश की कहानी पर ही आधारित है।
Publish Date: Thu, 28 Nov 2024 09:11:38 AM (IST)
Updated Date: Fri, 29 Nov 2024 07:27:49 AM (IST)
लेखक उदय प्रकाश के साथ रिसर्चर रीका मैकग्रेथ : नईदुनिया।HighLights
- लेखक उदय प्रकाश की कहानी मोहनदास के मुख्य पात्र शोभालाल की किडनी बीमारी से मौत
- मोहन दास से मिलने पहुंचीं जर्मनी की रिसर्चर रीका मैकग्रेथ तो मिली उनकी मौत की खबर
- फिल्म की कहानी के मुख्य पात्र से मिलने पहुंची थीं रिसर्चर रीका मैकग्रेथ, कहा कि मैं नि:शब्द हूं।
नईदुनिया, शहडोल (Shahdol News)। प्रसिद्ध लेखक उदय प्रकाश की जिस कहानी के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था उसी उपन्यास के मुख्य पात्र मोहन दास की किडनी बीमारी के चलते मौत हो गई है।
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शोभालाल की किडनी की बीमारी से जूझते हुए 23 नवंबर को मृत्यु हो गई
उदय प्रकाश की इस कहानी पर फ़िल्म भी बनी थी जिसने करोड़ों की कमाई की थी कहानी के मुख्य पात्र मोहन दास यानी शोभालाल की किडनी की बीमारी से जूझते हुए 23 नवंबर को मृत्यु हो गई।
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साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था जिसको उन्होंने वापस भी कर दिया था
उल्लेखनीय है कि इस फिल्म में सोनाली कुलकर्णी, नकुल वैद्य , सुशांत सिंह , उत्तम हलदर, शरबानी मुखर्जी और आदित्य श्रीवास्तव ने काम किया। लेखक उदय प्रकाश को अपनी इस कहानी के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था जिसको उन्होंने वापस भी कर दिया था।
उपन्यास के मुख्य पात्र मोहन दास की किडनी बीमारी के चलते मौत हो गई है
- मोहन दास यानी शोभालाल जिस पर उदय प्रकाश ने उपन्यास लिखा था वह मध्य प्रदेश अनूपपुर जिले के जैतहरी के पास एक गांव के रहने वाले थे।
- उदय प्रकाश ने बताया कि 23 नवंबर को कहानी के उस पात्र की मौत किडनी फेलियर से हो गई, जिसका नाम कहानी में मोहन दास था।
- उदय प्रकाश बोले- इसी उपन्यास में मोहन दास की मदद एक वकील पात्र हर्षवर्धन सोनी ने की है, जिनका असली नाम विजेंद्र सोनी है।
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’मोहनदास’ से मिलने उनके गांव जाना था, लेकिन उनकी मौत की सूचना मिली
लेखक उदय प्रकाश ने बताया कि वह इस समय अपने गांव में हैं। उन्होंने बताया कि मोहन दास पर रिसर्च करने वाली रीका मैकग्रेथ आई हैं जो अभी मेरे साथ ही हैं। उन्हें ’मोहनदास’ से मिलने उनके गांव जाना था, लेकिन उनकी मौत की सूचना मिली जिससे वह बेहद उदास हैं।
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मौत के बाद की कहानी पर काम करेंगी, जिसमें उदय प्रकाश भी उनका साथ देंगे
जर्मनी से आईं रिसर्चर रीका मैकग्रेथ ने नईदुनिया से बात करते हुए कहा है कि अव वह अपनी रिसर्च में मोहन दास के मौत के बाद की कहानी पर काम करेंगी, जिसमें उदय प्रकाश भी उनका साथ देंगे।
येल सहित दुनिया के कई विश्वविद्यालयों के साहित्यिक पाठ्यक्रम में शामिल हैं
बता दें कि उदय प्रकाश का उपन्यास मोहन दास जर्मनी की हाइडलवर्गए अमेरिका के शिकागो कोलंबिया और येल सहित दुनिया के कई विश्वविद्यालयों के साहित्यिक पाठ्यक्रम में शामिल हैं।