रविंद्र वैद्य, शहडोल। सचिन पाराशर क्रिकेट के एमपी स्टेट अंपायर बन गए हैं। शहडोल संभाग से सचिन पाराशर अब तक इकलौते अंपायर हैं जिन्होंने अभी हाल ही में परीक्षा उत्तीर्ण कर शहडोल संभाग को गौरवान्वित होने का मौका दिया है। सचिन पाराशर के दादा रामस्वरूप पाराशर का परीक्षा के 4 दिन पहले ही देहांत हुआ था। परिवार के लोग दादा के अस्थि विसर्जन के लिए इलाहाबाद गए हुए थे और यहां सचिन पाराशर इंदौर में होने वाली परीक्षा में शामिल हुए थे। सचिन का कहना है कि मेरे दादाजी का सपना था कि मैं क्रिकेट की दुनिया में कुछ हटकर करूं। बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक तो था ही लेकिन जब क्रिकेटर नहीं बन पाया तो मन में था कि कम से कम जो क्रिकेट खेलते हैं उनको अपनी इशारे पर खेलने को मजबूर कर दूं और बस इसी को लेकर अंपायर बनने की तैयारी की।
संभाग के इकलौते अंपायर
सचिन पाराशर शहडोल संभाग के इकलौते अंपायर हैं जिनको मध्य प्रदेश स्टेट के अंपायर के रूप में अब पहचान मिलेगी। उल्लेखनीय है कि पूरे मध्य प्रदेश से सिर्फ आठ लोगों का अंपायर के लिए चयन हुआ है जिसमें एक खिलाड़ी भोपाल से, 2 उज्जैन से, 4 इंदौर से और एक खिलाड़ी सचिन पाराशर शहडोल से सिलेक्ट हुए।
यह है पारिवारिक पृष्ठभूमि
सचिन पाराशर के पिता शिक्षा विभाग में हैं। मां गृहणी हैं, छोटा भाई विद्युत विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर पदस्थ हैं। सचिन पाराशर खुद एक युवा उद्यमी है लेकिन उनके मन में क्रिकेट को लेकर जुनून था। बचपन में घर के पास शहंशा ए आश्रम में क्रिकेट खेल की शुरुआत की इसके बाद महात्मा गांधी स्टेडियम में अपने खेल को लेकर उत्साहित रहते थे। इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए बाहर का रुख किया। पढ़ाई के दौरान लगभग 10 साल तक क्रिकेट छूट गया इसके बाद शहडोल में ही उन्होंने अपना एक बिजनेस शुरू किया, लेकिन क्रिकेट की तरफ रुझान बना रहा 2015 में ग्वालियर में सचिन का विवाह भी हो गया और उनके दो बच्चे हैं। इन सारी जिम्मेदारियों के बाद भी लगातार क्रिकेट को लेकर ध्यान बना रहा और मन में था कि अंपायर बनकर खिलाड़ियों को अपने इशारे पर नचाने का सचिन का सपना सच हुआ और अब वह मध्य प्रदेश के स्टेट अंपायर की भूमिका में नजर आएंगे।
गर्व का विषय
एमपी स्टेट क्रिकेट में सचिन पाराशर का अंपायर के तौर पर सिलेक्शन होने की हम सबकों खुशी है और यह हम सब के लिए गौरव की बात है, संभाग के लिए तो गर्व का विषय है। - सुनील खरे, मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन सदस्य