नईदुनिया प्रतिनिधि, शहडोल: जिले के दक्षिण वनमंडल अंतर्गत बुढार रेंज की हरदी बीट और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार हाथियों का आतंक बना हुआ है। अब इस संकट से निपटने और ग्रामीणों को समय रहते सतर्क करने के लिए वन विभाग ने एक नई पहल की है। हाथियों की मूवमेंट की जानकारी अब आकाशवाणी के माध्यम से दी जाएगी, यह जानकारी दक्षिण वन मंडलाधिकारी श्रद्धा पन्द्रे ने साझा की है।
हरदी बीट में बीते दिनों चार हाथियों का एक दल घुस आया, जिसने दर्जनों मकानों को तहस-नहस कर दिया। कई ग्रामीणों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तलाश करनी पड़ी है। हाथियों की दहशत इतनी बढ़ चुकी है कि ग्रामीणों ने रात में मसाल जलाकर पहरा देना शुरू कर दिया है। हाथियों का यह दल सारंगपुर, शिल्परी, कठई, कोल्हारू टोला, हरदी और कोदावल सहित कई गांवों में भारी नुकसान पहुंचा चुका है।
रिहायशी इलाकों में इनकी दस्तक ने ग्रामीणों को डरा कर रख दिया है। खेतों को रौंद दिया गया है, घरों को नुकसान पहुंचा है और जान-माल का खतरा लगातार बना हुआ है। वन विभाग ने क्षेत्रीय आकाशवाणी केंद्र से समन्वय कर यह योजना तैयार की है, जिसके तहत हाथियों के मूवमेंट, दिशा और संभावित खतरे की सूचना रेडियो प्रसारण के जरिए ग्रामीणों तक पहुंचेगी।
इस पहल का उद्देश्य ग्रामीणों को समय रहते सतर्क करना है, ताकि वे हाथियों के संपर्क में आने से बच सकें और किसी प्रकार की अनहोनी न हो। ग्रामीणों का कहना है कि हर रात रतजगा करना मजबूरी बन गया है। मसाल और लाठी लेकर वे अपने घरों की रक्षा के लिए चौकसी कर रहे हैं।
गांवों में डर का ऐसा माहौल है कि लोग शाम होते ही खुद को घरों में कैद कर ले रहे हैं। वन विभाग की टीम हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है। वन अधिकारी श्रद्धा पन्द्रे ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों के करीब न जाएं, उन्हें उत्तेजित न करें और किसी भी मूवमेंट की सूचना तुरंत वन विभाग को दें।
हाल ही में सिंहपुर उधिया में तोड़फोड़ के बाद यह हाथियों का दल अब हरदी बीट की ओर बढ़ रहा है। इससे क्षेत्र में फिर से खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। वन विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए ग्राम सुरक्षाओं को भी सतर्क किया है।