Shahdol News: शहडोल (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शासकीय बिरसामुंडा मेडिकल कालेज शहडोल में अब क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण शुरू हो गया है। 40 करोड़ की लागत से बनने वाली इस यूनिट में जहां अत्याधुनिक मशीनों की सुविधाएं उपचार के लिए होंगी। क्रिटिकल मरीज को एक ही छत के नीचे उपचार की सुविधा मिलेगी। मरीजों को अलग-अलग यूनिट में ले जाने की जरूरत नहीं रहेगी।
क्रिटिकल केयर यूनिट का काम शुरू हो गया है। अगले चार महीने में यह बनकर तैयार हो जाएगी। डीन डा.मिलिंद सिरालकर बोले - मेडिकल कालेज में क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण शुरु हो गया है। यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है और यूनिट तैयार होने के बाद अब गंभीर मरीजों को यहीं अच्छा उपचार मिल सकेगा।
यूनिट के बन जाने से शहडोल मेडिकल कालेज में भर्ती होने वाले क्रिटिकल मरीजों को बड़ी सुविधाएं मिलेंगी। एक ही परिसर में संपूर्ण इलाज मिल सकेगा। नए भवन का निर्माण, आक्सीजन गैस पाइप लाइन, फायर फाइटिंग वर्क,माड्यूलर ओटी,माइनर ओटी बनायी जाएगी। साथ ही मरीजों के लिए आवश्यक उपकरण, बेड, मशीन आदि मुहैया कराई जाएगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों व कर्मचारियों की पदस्थापना होगी, तकि यूनिट को विशेष तरीके से संचालित किया जा सके।
क्रिटिकल केयर यूनिट सामान्य अस्पतालों से अलग होगा। 50 बेड के ब्लाक में आक्सीजन स्पोर्टेड बेड, वेंटिलेटर, बीपी पल्स मानिटर समेत जीवन रक्षक उपकरण मशीनें लगी होंगी। यहां पर मरीजों को गहन चिकित्सकीय सेवा मिलेगी, जो किसी कारपोरेट अस्पताल के लुक की तरह होगी। 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सक व कर्मचारियों की तैनाती होगी।इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी। खासकर वैसे मरीज, जो गंभीर हैं, जिन्हें तत्काल इलाज व निगरानी की जरूरत है।
क्रिटिकल केयर यूनिट न होने से अभी तक गंभीर मरीजों को बाहर रेफर कर दिया जाता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। मेडिकल कालेज में ही क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना होने से हृदय रोग, सांस, हेड इंजरी, चोट, सर्जरी सहित अन्य बीमारियों के गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा।इस यूनिट में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन, पोर्टेबल सोनोग्राफी, एडवांस इक्विपमेंट सहित अन्य सुविधाएं भी होंगी।अभी गंभीर मरीजों को जबलपुर, नागपुर, रायपुर, भोपाल जैसे शहरों के अस्पतालों मे भेजा जाता है। इससे कई बार गंभीर मरीजों की जान भी चली जाती है।