बंगवार (नईदुनिया न्यूज)। जिले में एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र की बंगवार कालोनी में श्रमिक आवासों के छत पर वाटर प्रूफिंग के कार्य को आधा-अधूरा छोड़कर भिलाई की एक कंपनी के ठेकेदार ने गड़बड़ी की है।मजूदरों का भुगतान का भुगतान भी नहीं किया है। इस बात की जानकारी कालरी प्रबंधन को है, लेकिन ठेकेदार के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ की कैलाश इंटरप्राइजेज नाम की कंपनी को कालरी आवासों के जर्जर छत पर डामर का कोड चढ़ाने का ठेका दिया गया था। कंपनी के ठेकेदार और लिपिक ने उप्र के मुजफ्फरनगर के 14 मजदूरों का भुगतान नहीं दिया है। तकरीबन 80 हजार रूपये मजदूरी का बकाया है, जिसे पाने के लिए मजदूर लगातार गुहार लगा रहे हैं। कंपनी के एकाउंटेंट घनश्याम सिंह ने मजदूरों पर मौखिक तौर दबाव बनाने के लिए पहले अपनी तरफ से यह लिखकर दें कि उनका पूरा डेढ़ महीने का मेहनताना उन्हें भुगतान कर दिया गया है, तब उनके खाते में तुरंत मजदूरी भुगतान कर दिया जाएगा। इस बात पर पीड़ित मजदूर राजी नहीं हुए और मजदूरी भुगतान के पहले ऐसा करने से साफ मना कर दिया है, तो भुगतान नहीं किया गया।
खर्च में आ रही मजदूरों को दिक्कतः जिन मजदूरों की मजदूरी का पैसा भुगतान नहीं किया गया उनको अपना खर्च चलाने में दिक्कतें आ रही हैं। तकरीबन हर मजदूर की सवा महीने की मजदूरी को रोककर रखा गया है। मजदूरों का कहना है कि ठेकेदार रवि गुप्ता और कंपनी के संचालक रोमित केसरवानी से भी बात हुई है पर अब तक भुगतान उनके खातों में नहीं भेजा गया। इस तरह की कंपनियों की हरकतों से एसईसीएल जैसी नामी कंपनी बदनाम हो रही है। कंपनी ने जो काम कराया है वह भी गुणवत्ताहीन है। इस सबकी जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है।