आगर मालवा। प्रसिद्घ बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर के मेला ग्राउंड में चल रहे 108 कुण्डीय शिवशक्ति महायज्ञ के दुसरे दिन शुक्रवार को 2 लाख 68 हजार 996 आहुतियां दी गई। आज से सहस्त्र चंडी यज्ञ आरम्भ होगा। जिसमें प्रतिदिन 1 लाख 92 हजार आहुतियां दी जाएगी। यज्ञ का समापन 9 जून को होगा।
शुक्रवार को हुआ महारूद्र यज्ञ
बैजनाथ महादेव मंदिर में इस विशाल धार्मिक अनुष्ठान का आरम्भ 1 जून को हुआ था। इस दिन अचलेश्वर महादेव से एक विशाल कलश यात्रा निकाली गई थी, जिसका समापन यज्ञ स्थल पर हुआ था। इस दिन पवित्रीकरण के बाद तिलक लगाकर यजमानों को यज्ञशाला में प्रवेश दिया गया था। जिसके बाद अगले दिन गणपती पीठ, योगिनी पीठ, वास्तु देवता, क्षेत्रपाल, प्रधान पीठ, रूद्र पीठ का पूजन किया गया। यज्ञाचार्य पं. नरेंद्र जोशी रतलाम ने बताया कि प्रतिदिन सुबह 8 से 10 बजे तक स्थापित देवताओं का पूजन होता हैं। उसके बाद सुबह 10.15 बजे से शेष पूजन व कुण्ड पूजन के बाद हवन आरम्भ किया जाता हैं, जो दोपहर 12 बजे तक चलता हैं। उसके बाद दोपहर ढ़ाई बजे से शाम 6 बजे तक 125 आचार्य यज्ञ सम्पन्न कराते हैं। यह यज्ञ शिवशक्ति याने शिव अर्थात रूद्र व शक्ति अर्थात चंडी की आहुति देने के लिए हैं। जिसके अन्तर्गत शुक्रवार को महारूद्र यज्ञ किया गया। जिसमें रूद्राष्टक अध्याय के आधार पर 2 लाख 68 हजार अहुति यज्ञ में बैठे यजमानों द्वारा दी गई।
आज से शुरू होगा सहस्त्र चंडी यज्ञ
महामंडलेश्वर शिवांगीनन्द गिरी के सानिध्य में चल रहे इस यज्ञ के अन्तर्गत शनिवार से सहस्त्र चंडी यज्ञ आरम्भ होगा। जिसके अन्तर्गत प्रतिदिन 1 लाख 92 हजार से अधिक आहुतियां दी जाएगी। 8 जून तक सहस्त्र चुंडी यज्ञ चलेगा। जिसमें कुल 9 लाख 72 हजार आहुतियां दी जाएगी। पं. नरेंद्र जोशी ने बताया कि 9 जून को स्थापित देवताओं के लिए हवन होगा। उत्तर पूजन, बलिदान व पुर्णाहुति होगी तथा उसके बाद भण्डारा आयोजित किया जाएगा। ज्ञात हो कि यज्ञ में आगर जिले के अलावा अन्य जिले के लोग भी यजमान बन हैं। इसके अलावा दुर-दुर से लोग यज्ञशाला का दर्शन करने एंव परिक्रमा करने आ रहे हैं। यज्ञ के बाद शाम 6 बजे से महामंडलेश्वर शिवांगीनन्द गिरी के प्रवचन होते हैं। जिसमें उन्होने यज्ञ का महत्व व सांसारिक जीवन में ईश्वर की आराधना कैसे की जाए के बारे में विस्तार से जानकारी दी।