
सुसनेर। मप्र एवं राजस्थान की सीमा पर स्थित सुसनेर विधानसभा क्षेत्र के अंतिम छोर पर बने प्रसिद्घ पिपलिया खेड़ा हनुमान बालाजी मंदिर पर हाउसिंग बोर्ड भोपाल से आई टीम गुरुवार को दोपहर एक बजे मंदिर परिसर पहुंची।
यहां पर हाउसिंग बोर्ड भोपाल टीम विशेषज्ञ आरईएस की टीम ने कलेक्टर के निर्देशानुसार मंदिर जीर्णोद्घार के कार्य में आवश्यक सुधार के साथ लेआउट तैयार कर मिट्टी का परीक्षण किया। पश्चात मंदिर जीर्णोद्घार निर्माण कार्य मे सर्वप्रथम बालाजी महाराज के गर्भगृह का निर्माण किया जाएगा। वहीं दूसरे चरण में मंदिर के समीप धर्मशालाओं का निर्माण किया जाएगा। तीसरे चरण में पार्किंग एवं रोड का निर्माण होगा। यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। इस अवसर पर हाउसिंग बोर्ड भोपाल की टीम के एसडीओ, असिस्टेंट हाउसिंग बोर्ड इंजीनियर, रेस असिस्टेंट इंजीनियर, नायब तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव, मंदिर पुजारी रामचंद्र देवेंद्र शास्त्री एवं कालूराम के साथ मंदिर निर्माण समिति के सदस्य एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
सूचना पर पहुंची टीम, दस्तावेजों में दो दूल्हे निकले नाबालिग
सुसनेर। तहसील क्षैत्र के ग्राम किटखेडी के खेडा में बुधवार को होने वाली चार शादियो में दुह्लनो के नाबालिग होने की सूचना मिलने पर बाल विवाह रूकवाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग व पुलिस की टीम एक दिन पहले मंगलवार की शाम को ही ग्राम में पहुच गई। मौके पर पहुची टीम ने विवाह रोकने के लिए विवाह वाले परिवार के लोगो को समझाईश देकर पंचनामा बनाने की कारवाई भी की। लेकिन बाद में पता चला कि इन चार शादियों में दुह्लने तो सभी बालिग है लेकिन दो दुह्लनो के दुह्ले नाबालिग है। अब परिजनो के द्वारा चार में से दो बालिग दुह्ला-दह्लन के जोडो का विवाह बुधवार को किया गया। इस संबंध में परिजनो ने विभाग को दुह्ला-दुह्लनो की अंकसूची के साथ शपथ पत्र प्रस्तुत किया है। जानकारी के अनुसार ग्राम किटखेडी के खेडा में राधेश्याम पिता हरिसिंह मेघवाल अपनी चार भांजियां रेखा, पायल, रामकुंवर और पूजा की शादी बुधवार को कराने जा रहे थे। जिसमें इन भांजियो के नाबालिग होने की सूचना विभाग को मिली। उसके बाद विभाग के द्वारा ग्राम में पहुचकर समझाईश दी गई तथा दुह्ला-दुह्लन की अंकसूचीया मांगी गई। बुधवार को परिजनो द्वारा विभाग की टीम को अंकसूची और दस्तावेज जमा कराए गए। जिसमें पाया गया कि ये चारो दुह्लने बालिग है। लेकिन इन चार दुह्लनो में से रेखा जिसका विवाह आकली के बालू सिंह व पायल जिसका विवाह रावली के गोपाल से किया जा रहा था। वे दोनो दुह्ले उनके हम उम्र होकर नाबालिग पाए गए है। परिजनो ने उनकी शादी नही करवाने का शपथ पत्र प्रस्तुत कर उनकी शादी रोक दी है। केवल रामकुंवर और पूजा दोनो पुत्री नरसिंह निवासी खेरीया सोयत की शादी बुधवार को हुई है।
दुह्लने तो सभी बालिग केवल
'हमे सूचना मिली थी कि किटखेडी में बाल विवाह किया जा रहा है तो हमारी टीम ने ग्राम में जाकर उनको समझाईश देते हुए पंचनामा बनाकर विवाह रूकवाने की कारवाई की है। साथ ही परिजनो से उनके जन्म प्रमाण के दस्तावेज मंगवाए थे। परिजनो के द्वारा प्रस्तुत की गई अंकसूचीयो में चारो दुह्लनें बालिग थीं।