सुसनेर (नईदुनिया न्यूज)। नगर के शुक्रवारिया बाजार में रहवासी कबर बिज्जूू से परेशान हैं। उसे पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा पिंजरा रखा गया है, लेकिन इससे रहवासी संतुष्ट नहीं हैं क्योंकि कबर बिज्जू जहां घूमता है, वहां से पिंजरा दूर है। शनिवार रात्रि को भी करीब 10 बजे कबर बिज्जू रहवासियों की छतों पर घूमता रहा। रहवासियों ने बताया कि रात्रि के समय महिला ने कबर बिज्जू को देखा तो डर के मारे चक्कर खाकर गिर गई। तीन कबर बिज्जू नगर में घूम रहे हैं। इससे रहवासियों में डर बना हुआ है।
ज्ञापन दिया था
रहवासी राहुल सोनी, दीपक जैन, विशाल जैन, दीपेश सोनी, दिनेश जैन, राकेश सोनी आदि लोगों द्वारा कबर बिज्जू से परेशान होकर एसडीएम सोहन कनाश को भी ज्ञापन दिया गया था। फिर भी कबर बिज्जू को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम उठाया नहीं गया। अगर वन विभाग चाहे तो रेस्क्यू टीम बुलाकर भी कबर बिज्जू को पकड़ सकते हैं। वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी द्वारा पिंजरा रखकर उसमें फल-सब्जी, भोजन रखा गया है परंतु कबर बिज्जूू मांसाहारी प्राणी होने से शायद पिंजरे में रखा शाकाहार खाने नहीं आ रहा है। जबकि वह प्रतिदिन रामप्रसाद शर्मा एवं पुराने जच्चा खाने के आसपास ही रात्रि में घूमता दिखाई रहवासियों को दे रहा है।
हमारे द्वारा पिंजरा रख दिया है, वह पिंजरे में आ जाएगा। हमारे पास एक ही पिंजरा है। देखते हैं अगर पिंजरे में नहीं आता है तो हमारे द्वारा रेस्क्यू टीम बुलाई गई है, जो कल आएगी।' - यशवर्धन टेलर, रेंजर वन विभाग, सुसनेर
ग्राम सालियाखेड़ी में 12 दिनों में हो रहा पेयजल वितरण
फरवरी माह में ही पानी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर लोग
सुसनेर (नईदुनिया न्यूज)। जनपद पंचायत सुसनेर में लगने वाली ग्राम पंचायत सालियाखेड़ी में दिसंबर से ही नल-जल योजना भगवान भरोसे हो गई है। इस कारण 10 से 12 दिनों में पीने का पानी वितरित हो रहा है। एक तरफ सरकार हर घर नल-जल योजना की बात कर रही है वहीं सालियाखेड़ी में पीने के पानी के लिए लोगों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। ग्राम पंचायत द्वारा इसके लिए कर्मचारी रखा गया है, जिसके द्वारा 12 से 15 दिन में गांव में पानी सप्लाई हो रहा है। जबकि ग्राम पंचायत में तीन कुएं एवं एक बोरवेल है। इनमें से बारिश के चलते एक कुआं धंस गया और एक कुआं तालाब में डूबा हुआ है। अब मात्र एक ही कुएं के भरोसे नल जल योजना ग्राम में चल रही है। इस कुएं से भी मात्र दो से तीन घंटे में में पानी सप्लाय करते ही खत्म हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पीने के पानी के लिए सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है।
एक ही कुआं है
ग्राम पंचायत के पास चालू कंडीशन में एक ही कुआं है, जिसमें जितना पानी है उस हिसाब से पानी सप्लाई किया जा रहा है। एक कुआं तालाब में डूबा हुआ है। तालाब का पानी खत्म होने के बाद उस कुएं का पानी गांव में सप्लाई कर दिया जाएगा। -बनवारीलाल पाटीदार, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम पंचायत सालियाखेड़ी