'कश्मीर फाइल-केरल स्टोरी पर सवाल उठाने वालों के सामने बांग्लादेश स्टोरी है...', साध्वी प्राची सिंह ने Bangladesh के हालात पर जताई चिंता
अल्प प्रवास पर शाजापुर पहुंचीं प्रखर वक्ता साध्वी प्राची सिंह ने बांग्लादेश में हिंदू समाज की स्थिति पर कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में ...और पढ़ें
Publish Date: Thu, 25 Dec 2025 01:43:26 AM (IST)Updated Date: Thu, 25 Dec 2025 01:43:26 AM (IST)
शाजापुर प्रवास के दौरान साध्वी प्राची सिंह ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की निंदा की।HighLights
- हिंदू समाज पर अत्याचार को बताया मानवता के खिलाफ
- बांग्लादेश पर बुद्धिजीवी वर्ग की चुप्पी को कहा दुर्भाग्यपूर्ण
- भारत सरकार से मानवीय पहल की अपील की
नईदुनिया प्रतिनिधि, शाजापुर: अल्प प्रवास पर शाजापुर पहुंचीं प्रखर वक्ता साध्वी प्राची सिंह ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के साथ हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जो लोग द केरल स्टोरी और द कश्मीर फाइल्स को झूठा प्रचार बताते थे, उन्हें अब बांग्लादेश स्टोरी की सच्चाई देखनी चाहिए।
साध्वी प्राची सिंह ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समाज के साथ हो रही क्रूरता निंदनीय होने के साथ-साथ मानवता को भी शर्मसार करती है। उन्होंने इस मुद्दे पर बुद्धिजीवियों की चुप्पी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साध्वी प्राची सिंह ने कहा कि तथाकथित सेक्युलर वर्ग पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर मौन है। उन्होंने भारत सरकार से अपील की कि बांग्लादेश में प्रताड़ित हिंदुओं के लिए अब भारत के द्वार खोले जाने चाहिए।
बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं पर किए जा रहे अत्याचारों और एक हिंदू युवक की हत्या के विरोध में खालवा में विभिन्न हिंदू संगठनों के तत्वावधान में कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।कैंडल मार्च स्थानीय सीताराम बाबा आश्रम से प्रारंभ होकर बाजार चौक तक निकाला गया।
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार के विरोध में जलाया यूनुस का पुतला
कन्नौद: बांग्लादेश में हिन्दू समाज पर हो रहे निरंतर अत्याचारों के विरोध में नगर के बस स्टैंड पर विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बांग्लादेश एवं यूनुस सरकार का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराया गया।
विहिप कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले, मंदिरों का विध्वंस, महिलाओं पर अत्याचार और जबरन पलायन की घटनाएं गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन हैं। वक्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस विषय पर संज्ञान लेने तथा भारत सरकार से कूटनीतिक स्तर पर कठोर कदम उठाने की मांग की।