शाजापुर। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग बुधवार को शाजापुर और आगर-मालवा जिले के दौर पर थे। इस दौरान उन्होंने सोलर प्लांट स्थापना के संबंध में दोनों जिलों के कलेक्टर व अन्य अधिकारियों से चर्चा की। साथ ही मीडिया से चर्चा में सोलर प्लांट योजना को लेकर विस्तृत जानकारी दी। बोले की शासन का लक्ष्य है कि साल 2023 तक 15000 मेगावाट बिजली सोलर पार्क के जरिए उत्पादन की जा सके। इसी लक्ष्य के तहत शाजापुर, आगर-मालवा और नीमच में 500-500 मेगावाट के सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं। उन्होंने राममंदिर समर्पण निधि संग्रह के संबंध में कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया द्वारा दिए बयान पर भी पलटवार किया।
शाजापुर सर्किट हाउस में उन्होंने कलेक्टर दिनेश जैन सहित विभिन्ना विभागों के अधिकारियों से चर्चा की। दरअसल जिले के विभिन्ना गांवों में अलग-अलग जमीन पर कुल 500 मेगावाट के सोलर प्लांट लगने हैं। जिसके लिए तेजी से कवायद चल रही है। मंत्री डंग ने अधिकारियों से प्रोजेक्ट के तहत अब तक हुए काम की जानकारी लेने के साथ ही आगामी कवायद को लेकर भी निर्देश दिए। मीडिया से चर्चा में डंग ने कहा कि प्लांट स्थापित किए जाने के साथ ही स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों के छतों पर भी रूफटॉप सोलर पैनल लगाए जाएंगे। जिससे वह भी रोशन हो सकेंगे।
सर्किट हाउस में मीडिया से चर्चा में बताया कि प्लांट के लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। कुछ जमीनों के क्रय किए जाने की कवायद की जा रही है। प्रोजेक्ट के तहत शासकीय भूमी भी उपयोग की जाएगी। इसी के साथ प्रदेश में जल्द ही सरकारी स्कूल भवनों और आंगनवाड़ी केंद्रों की छतों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन की योजना को धरातल पर उतारा जायेगा। जिससे यहां विद्युत की समस्या का समाधान हो सकेगा। खुद की विद्युत उपलब्धता से स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को बिना खर्च उनके उपयोग के लिये बिजली मिल सकेगी। कहा कि शासन का लक्ष्य है कि साल 2023 तक 15000 मेगावाट बिजली सोलर पार्क के जरिए उत्पादन की जा सके। इसी लक्ष्य के तहत शाजापुर, आगर-मालवा और नीमच में 500-500 मेगावाट के सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं।
उल्टे सीधे बयानों से कांग्रेस में रिवर्स गेयर लगा हुआ है
हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक कांतिलाल भूरिया द्वारा राम मंदिर के लिए निजी संग्रह करने वाले कार्यकर्ताओं को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर मंत्री हरदीप सिंह डंग ने पलटवार करते हुए कहा की राम जी के नाम से कोई तर जाता है कि विरोध करने वाले डूब जाते हैं। कांग्रेस के बयान लगातार डूबने वाले आ रहे हैं। इसलिए कांग्रेस का रिवर्स गेयर लगा हुआ है। जो राम जी के न हों, देश के भी न हों। वह किसी के भी नही हो सकते। ऐसे बोलते रहे तो ईश्वर भी उनको देख रहा है।
स्कूलों में गर्मी के दिनों में आती है समस्या
जिले के कई स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों में विद्युत व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा समस्या आती है। इसके अलावा शासन द्वारा विद्यार्थियों को विभिन्ना तकनीकि के सहारे भी पढ़ाई कराई जा रही है। किंतु जिन स्कूलों में विद्युत नहीं है, वहां इन तकनीक का लाभ नहीं मिल पाता। ऐसे में स्कूल और आंगनवाड़ी भवनों की छत पर सोलर उर्जा उत्पादन होने से इन भवनों में विद्युत उपलब्ध हो सकेगी और इस समस्या का समाधान भी हो जाएगा।
आगर में बोलेः पार्क से मिलेगी सस्ती बिजली, पार्क निर्माण के दौरान रोजगार भी मिलेगा
आगर-मालवा। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा एवं पर्यावरण मंत्री हरदीपसिंह डंग ने बुधवार को ही आगर जिले के दौरा भी किया। उन्होंने जिले में बनने वाले 550 मेगावाट के सोलर पार्क स्थल का निरीक्षण किया। सर्किट हाउस पर प्रेस वार्ता में मंत्री डंग ने कहा कि पार्क से राज्य को सस्ती बिजली मिलेगी। साथ ही पर्यावरण संरक्षण भी होगा। निर्माण अवधि में रोजगार के अवसर पर भी मिलेंगे। मंत्री डंग ने ग्राम लाड़वन, करवाखेड़ी, पचोरा, दूधापुरा आदि में स्थापित होने वाली सौर ऊर्जा परियोजना स्थल का निरीक्षण किया।
पत्रकारों से चर्चा में डंग ने कहा कि प्रदेश में 5000 मेगावाट नवकरणीय ऊर्जा परियोजना की स्थापना हो चुकी है। विश्व की सबसे बड़ी सौर परियोजनाओं में से एक 750 मेगावाट की क्षमता की रीवा सौर परियोजना से भी बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। तीनों स्थानों के सौर परियोजना कार्य नवंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। परियोजना में उत्पादित विद्युत को मप्र के अतिरिक्त भारतीय रेल्वे को दी जाएगी। दौरे के दौरान जिलाध्यक्ष गोविंदसिंह बरखेड़ी, पूर्व विधायक रेखा रत्नाकर, गोपाल परमार, मुरलीधर पाटीदार, नगर मंडल अध्यक्ष अजय जैन मारूबर्डिया, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रेम यादव एवं मनोज ऊंटवाल, मयंक राजपूत सहित जनप्रतिनिधि ि एवं कलेक्टर अवधेश शर्मा, एसपी राकेश सगर, निज सचिव गुप्ता, विशेष सहायक अक्षय श्रीवास्तव, प्रबंध संचालक दीपक सक्सेना, कार्यपालनयंत्री संजय वर्मा एवं आलोक व्यास सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
इन गांवों में बनेंगे सोलर पार्क
आगर तहसील के ग्राम माधोपुर, बीजनाखेड़ी, कसाई देहरिया, करवाखेड़ी, लाड़वन, पिपल्याकुमार, दूधापुरा की कुल राजस्व भूमि 578 हैक्टेयर तथा 25 किसानों से 51 हैक्टेयर भूमि आपसी सहमति के आधार पर ली जाएगी। सुसनेर तहसील के ग्राम पालड़ा, नाहरखेड़ा, उमरिया, पिपल्या नानकर की कुल राजस्व भूमि 693 हैक्टेयर एवं 82 हैक्टेयर भूमि 41 किसानो से आपसी सहमति के आधार पर ली जाएगी। साथ ही किसानों के लिए कुसुम एबीसी स्कीम अंतर्गत परियोजनाओं में भी जिले में कार्य किया जा रहा है। कुसुम बी अंतर्गत आगर जिले में प्रथम चरण में 69 सोलर पंप स्थापित किए जा चुके हैं। द्वितीय चरण में 288 पंप स्थापित किए हैं। 29 सोलर पंप स्थापनाधीन है। सी स्कीम अंतर्गत संपूर्ण फीडर लेवल पर सोलाराइजेशन किया जाएगा, जिससे किसानों को दिन में सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी, अतिरिक्त आमदनी भी होगी।