कालापीपल मंडी। जिला मुख्यालय शाजापुर एवं राजधानी भोपाल जाने वाले एकमात्र सड़क मार्ग के एक हिस्से की हालत बद से बदतर हो गई है। रात्रि में इस रास्ते से अनजान वाहन चालक अगर अतिरिक्त सावधानी नही बरतें तो यात्रियों की जान पर बन आएगी।
कालापीपल से शाजापुर जाने के लिए जेठड़ा जोड़ तक 12 किमी का मार्ग पूरी तरह से गड्डों में तब्दील हो गया है। यहां ग्राम चाकरोद एवं जामनेर के बीच तो कुछ गड्डे इतने गहरे हो गए हैं कि रात्रि में दो पहिया वाहन चालक एवं छोटी कार के पहिये अगर थोड़ी भी गति में इन गड्डों में आ जाएं तो वाहन में टूट-फूट तो निश्चित है ही यात्रियों की जान पर भी बन आएगी।
इसी प्रकार कालापीपल से राजधानी भोपाल की और जाने वाले मार्ग के 21 किमी चांदबढ़ जोड़ तक भी यही हालत है। यहां भी जगह-जगह गड्डों से वाहन चालक परेशान हो रहे है। जेठड़ा से चांदबढ़ जोड़ तक का यह 33 किमी का सफर वाहन चालकों के लिए मुसीबत भरा हो गया है। रेंग-रेंग कर इस सड़क
मार्ग पर वाहनों को चलते देखा जा सकता है। शुजालपुर की ओर का सड़क मार्ग दरगाह से जामनेर के आगे तक तो लगभग समाप्त होने जैसी स्थिति में आ गया है। इस मार्ग पर यह समझ नहीं आता है कि सड़क में गड्डे है या फिर गड्डे में सड़क। मुसीबत उठाकर अपने वाहनों को चालक जैसे तैसे इस मार्ग से निकाल रहे है । शुजालपुर से भोपाल जानेवाले अधिकांश वाहन इसी मार्ग से निकलते है लेकिन इस मार्ग की हालत देखकर अब आष्टा-सिहोर होकर भोपाल जाने लगे हैं। अगर कुछ समय तक इस मार्ग की सुध नही ली गई तो निश्चित रूप से मार्ग में सड़क ढूंढना मुश्किल हो जाएगा। जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
बायपास मार्गों की हालत खराब जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
बड़ौद। नगर के मुख्य मार्ग सुभाष मार्ग से बसस्टैंड मार्ग की पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में नगर परिषद द्वारा बायपास मार्ग ओडी वाले बाबा वाला गुआ में बनाया गया, लेकिन समय पर रपटा नहीं बनने के कारण वहां अस्थाई रपटा बारिश में तीन बह गया है। जिसके कारण यातायात प्रभावित हो रहा है व आमजन परेशान हैं और बसे भी बस स्टैंड पर नहीं आ पा रही हैं। ऐसे में दूसरा बायपास मार्ग जो लालमाता मंदिर से खजुरी रूण्डी पर पहुंचता है, पर लालमाता के यहां कार्य चल रहा है जिससे रास्ते पर मिट्टी डाल रखी है और वाहन फंस रहे हैं। ऐसे में आमजन की परेशानियों का अंदाजा लगाया जा सकता है जबकि जिम्मेदार इन समस्याओं से बेखबर हैं।