कालापीपल मंडी। पहली एवं दूसरी के विद्यार्थी समझ के साथ पढना एवं लिखना सीख सके ताकि उन्हे अगली कक्षाओं में परेशानी ना हो इसके लिए शिक्षकों को अब प्रशिक्षित किया जा रहा है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण में शिक्षक मिशन अंकुर अभियान की बारिकियों को सीखेगे एवं उन्हे स्कूलों में लागू करेगें।
राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के निर्देशानुसार कालापीपल विकासखण्ड में पहली एवं दूसरी कक्षा पढ़ानेवाले शिक्षकों को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इसके अंतर्गत वर्ण, अक्षर, गतिविधि एवं शब्द भंडार धारा प्रवाह पठन, शब्द बनाना, लेखन, स्वतंत्र पठन के बारे में हिंदी विषयक के प्रशिक्षक आशीष पांचाल एवं नवीन चतुर्वेदी एवं गणित विषय के प्रशिक्षक सुरेश चौधरी, कमलेश सोनानिया द्वारा रोचक तरीके से समझाया जा रहा है ।
विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक अशोक उपलावदिया ने बताया कि निपूर्ण भारत मिशन अंकुर, सीसीपीए अवधारण, यूडीएल ट्रेकर एवं पाठ योजना पर चर्चा एवं गतिविधियां करवाई जा रही है। हायर सेकेन्डरी स्कूल अरनियाकलां एवं उत्कृष्ट विद्यालय कालापीपल में कुल 84 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इसका पहला चरण 24 से प्रारंभ हुआ है जो 28 मई तक चलेगा एवं दूसरा चरण 30 मई से प्रारंभ होगा जो 3 जून तक चलेगा । डाईट प्राचार्य विवेक दुबे ने अरनियाकलां प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचकर प्रशिक्षार्थियों का मार्गदर्शन किया एवं व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया । डाइट प्रतिनिधि प्रीति उपाध्याय ने बताया कि एनईपी शिक्षा नीति के सर्वे में देश में 5 करोड़ बच्चे ऐसे पाये गये जिन्हे समझ के साथ पढ़ने एवं संख्या ज्ञान की जानकारी नही थी ।
ऐसे बच्चों के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मिशन अंकुर शाजापुर एवं सिहोर जिले में गत वर्ष प्रारंभ किया गया था इसे इस वर्ष प्रदेश के 50 अन्य जिलों में शुरू किया जा रहा है। यह मिशन मूख्य रूप से कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों को लिए है। इन बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाना है ताकि वह बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के बारे में सीख सकें। ऐसे बच्चें जब कक्षा तीसरी में पहुंचे तो वह समझ के साथ पढ़ना एवं लिखना सीख जाये एवं उन्हे संख्या का भी ज्ञान हो जाए। प्रशिक्षण की व्यवस्थाओं में बीएसी उमेश मालवीय, दर्पण गुप्ता, मुकेश मालवीय, जनशिक्षक राकेश पाटीदार, बलवंत राजपूत, अर्जुन कल्मोदिया, बालचंद कारपेंटर, अनिल मालवीय भी सहयोग देकर कार्य कर रहे है।