
नईदुनिया प्रतिनिधि, श्योपुर। कभी-कभी एक छोटा कदम किसी की पूरी जिंदगी बदल सकता है। ऐसा ही नेक काम किया श्योपुर जिले के दो युवाओं ने, जो हादसे के शिकार घायलों को समय रहते अस्पताल पहुंचाकर न केवल उनकी जान बचा पाए, बल्कि राहवीर योजना के पहले पुरस्कार विजेता भी बन गए।
श्योपुर निवासी मुकेश मीणा (गांव हिरनीखेड़ा) और उदयभान सिंह रावत (गांव गोहर, थाना वीरपुर) को उनके साहसिक कार्य के लिए 25-25 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार परिवहन विभाग द्वारा राहवीर योजना के तहत प्रदान किया गया। इसके साथ ही श्योपुर जिला मध्यप्रदेश का पहला जिला बन गया है, जहां इस योजना के अंतर्गत पुरस्कार वितरित किया गया है।
ट्रैफिक टीआई संजय सिंह राजपूत के अनुसार, यह हादसा 25 मई 2025 को रात करीब 11:30 बजे श्योपुर शहर के शिवपुरी रोड स्थित भाजपा कार्यालय के सामने हुआ था। बोलेरो वाहन की टक्कर से वर्षा आदिवासी और सोमेश आदिवासी घायल हो गए थे। यह दोनों मेले से घर लौट रहे थे।
घटना के बाद सबसे पहले मौके पर पहुंचे समाजसेवी मुकेश और उदयभान ने घायलों को बिना देर किए तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। मेडिकल साइंस में इसे गोल्डन ऑवर कहा जाता है, जिसमें समय पर इलाज मिलने से जीवन बचाने की संभावना सबसे अधिक होती है।
इन दोनों युवाओं के इस सराहनीय कार्य को यातायात थाना पुलिस ने गंभीरता से लिया और उनका नाम जिलास्तरीय राहवीर चयन समिति के सामने प्रस्तुत किया, जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर अर्पित वर्मा कर रहे थे। कलेक्टर ने दोनों नामों को योजना के लिए अनुशंसित किया और प्रस्ताव परिवहन आयुक्त कार्यालय को भेजा गया। वहां से दोनों युवाओं के बैंक खातों में पुरस्कार राशि ट्रांसफर कर दी गई।
इस योजना की शुरुआत अप्रैल 2025 में की गई थी ताकि सड़क हादसों में घायल व्यक्तियों को तत्काल सहायता मिले और नागरिकों को प्रोत्साहन मिल सके कि वे मानवता के इस काम में आगे आएं।