श्योपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
राष्ट्र का गौरव वीरांगना झलकारी बाई की 187वीं जयंती कोली माहौर समाज ने शौर्य दिवस के रूप में मनाई। इस अवसर पर कोली युवा संगठन ने शहर में विशाल चल समारोह निकाला। चल समारोह में वीरांगना झलकारी बाई की वेशभूषा में सजी युवती देवयानी आर्कषण का केंद्र रही।
अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुई वीरांगना झलकारी बाई की जयंती पर कोली युवा संगठन ने सलापुरा स्थित कोली समाज के छात्रावास पर सांस्कृतिक व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर समाज के लोगों ने झलकारी बाई के जीवनवृत्त पर प्रकाश डाला। जब अंग्रेज हुकूमत झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की हत्या करने पहुंची तो झलकारी बाई ने रानी लक्ष्मीबाई की वेशधारण कर अंग्रेज सिपाहियों को अपने पीछे लगा लिया। रानी लक्ष्मीबाई को सुरक्षित निकालकर अपने प्राण देश पर न्यौछावर करने वाली वीरांगना झलकारी बाई ने देश के साथ पूरे कोली समाज का सम्मान बढ़ा दिया है। इससे पूर्व मेला मैदान से निकाली गई रैली पुरानी पुलिस लाइन, जयस्तंभ, गांधीपार्क, मैन बाजार, टोड़ी गणेश बाजार, बड़ौदा रोड़, पाली रोड़ होते हुए छात्रावास पर पहुंची। यहां पर युवक-युवतियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी और सजातीय बंधुओं ने झलकारी बाई के जीवनवृत्त पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर युवा संगठन के सुनील कुमार माहौर, विवेक माहौर, चेतन माहौर, मोहन माहौर, अविनाश माहौर, राजकुमार, जीतू, गिरीश, दिनेश, सत्यनारायण, धीरज, राहुल नरवरिया, हरीश, जितेन्द्र बड़ौदा, अजय, वीरु, हेमंत आदि मौजूद रहे।
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कैप्शन : चल समारोह का आर्कषण झलकारी बाई की वेशभूषा में युवती।