Sheopur News: नईदुनिया प्रतिनिधि, श्योपुर। सवाईमाधोपुर-श्योपुर-शिवुपरी-झांसी नई रेल लाइन की स्वीकृति की आस 14 साल से हैं। इस नए रेल मार्ग को लेकर जिले के लोग इसलिए भी मांग उठाते रहे हैं, क्योंकि यदि श्योपुर का रेल से सीधा जुड़ाव सवाईमाधोपुर से होगा तो देश भर के लिए सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी। वहीं कूनो नेशनल पार्क में पर्यटन के भी बढ़ावा मिलेगा।
बता दें कि, वर्ष 2010 में तत्कालीन रेल मंत्री ममता बनर्जी ने रेल बजट में ग्वालियर-श्योपुर ब्राडगेज प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी, वहीं सवाईमाधोपुर-श्योपुर-शिवपुरी-झांसी नई रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी दी और सर्वे के लिए बजट भी निर्धारित किया गया। हालांकि इसके बाद वर्ष 2015 में सर्वे हुआ, जिसमें ये नई लाइन सवाई माधौपुर से श्योपुर, पोहरी, शिवपुरी, करैरा होते हुए उप्र के झांसी रेल लाइन से जुडनी है। प्रस्तवित नई रेल लाइन 290 किलोमीटर की है और यदि इसे मंजूरी मिले तो ये श्योपुर के विव तो तो पंख लगेंगे ही साथ ही कूनो नेशनल पार्क के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। क्योंकि वर्तमान में ग्वालियर-श्योपुर रेल लाइन का काम तो चल ही रहा है, ऐसे में सवाईमाधोपुर-श्योपुर-शिवपुरी-झांसी लाइन का भी काम धरातल पर उतरेगा तो श्योपुर जंक्शन बन जाएगा और आवागमन के चहुमुखी द्वार खुल जाएंगे। अब फिर से इस लाइन की मांग उठ रही है।
ग्वलियर-श्योपुर गेज कन्वर्जीन और श्योपुर से दीगोद (कोटा) तक न लाइन बिछाने का प्रोजेक्ट वर्तमान में स्वीकृत है और अभी मुरैना जिल में इस प्रोजेक्ट पर काम चल भी रहा है। ऐसे में यदि सवाईमाधोपुर- श्योपुर-शिवपुरी-झांसी नई रेललाइन को मंजूरी मिल जाए तो श्योपुर एक बड़ा जंक्शन भी बन जाएगा।
श्योपुर-शिवपुरी-सवाई माधौपुर रेल लाइन जहां तीन राज्यों को जोड़ने का काम कर रही है। वहीं तीन लोस क्षेत्र भी इससे जुड़ेंगे। राज्यों में राजस्थान, मप्र और फिर उप्र झांसी के माध्यम से जुड़ेंगे। जबकि मुरैना लोस का श्योपुर, गुना लोस की शिवपुरी और ग्वालियर लोस के करैरा और पोहरी विस इससे जुड़ेंगे। इस तरह से तीन लोकसभा क्षेत्र एक साथ जुड़ जाएंगे।
अभी तक श्योपुर के लोग जयपुर, दिल्ली, सवाई माधोपुर, कोटा ग्वालियर अन्य शहरों में जाने के लिए बस के सफर पर निर्भर हैं। ऐसे में लोगों का भोपाल, दिल्ली तक बसों से सफर करना पड़ता है। लेकिन अगर सवाई माधाेपुर से श्योपुर को रेल लाइन से जाेड़ा जाता है तो यहां के लाेगों को काफी सुविधा मिल जाएगी। उधर श्योपुर से ग्वालियर, और श्योपुर से कोटा रेल लाइन का काम चल रहा है। ऐसे में यहां लोग चोराें और से रेल के सफर से जुड़ जाएंगे।
सवाईमाधोपुर-श्योपुर-शिवपुरी-झांसी रेल लाइन का सर्वे तत्समय हुआ था। लेकिन वर्तमान में इसको लेकर कोई नए निर्देश नहीं आए हैं।
मनोज कुमार, पीआरओ, रेल मंडल झांसी