
ढोढर। नईदुनिया न्यूज
ढोढर कस्बे के गोविंदपुरा श्रीश्री 1008 भैरू बाबा आश्रम पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा बुधवार को समापन हो गया। कथा के समापन अवसर पर हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर विशाल भण्डारा भी आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरूषों ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया।
कथा वाचक पंडित महावीर शर्मा ने सात दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। कथा श्रवण करने मनुष्य में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्ना होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्ना होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। कथावाचक ने कहा कि हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान का लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है। कथा समापन के अवसर पर विधिविधान से पूजा करवाई। दोपहर तक हवन और भंडारा कराया गया। पूजन के बाद दोपहर को भंडारा शुरू किया गया जिसमें ढोढर सहित आस-पास गांव के लोगों ने पहुंचकर प्रसादी ग्रहण की। भंडारे में देर शाम भक्तों की भीड़ लगी रही। कथा के समापन अवसर विधायक दुर्गालाल विजय, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक गर्ग, बिहारी सिंह सोलंकी मौजूद रहे।