श्योपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
पेड़-पौधों का महत्व हर किसी को समझना होगा। जब तक हम और आप इसे नहीं समझेंगे तब तक पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाया हुआ कदम सार्थक नहीं होगा। अब लोग पेड़ों को काटकर घर बनाने में लगे हैं। जबकि हरे-भरे पेड़ों को नहीं काटना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति को पौधारोपण करना चाहिए। यह बात सोमवार को किला स्थित मनोहर वन में पौधरोपण करते हुए नगरपालिका सीएमओ मिनी अग्रवाल ने कही। उन्होंने कहा कि पेड़ व्यक्ति के जीवन भर तक साथ निभाते हैं। व्यक्ति को पेड़ों से शुद्ध हवा, फल, फूल, और औषधियां मिलती हैं। इसके अलावा सबसे भी पेड़ में ऑक्सीजन देते हैं। अगर मनुष्य को ऑक्सीजन नहीं मिले, तो उसकी मृत्यु हो जाती है। व्यक्ति को देशी दवाई बनाने के लिए पेड़ की औषधियों की जरूरत पड़ती है। सीएमओ ने कहा कि व्यक्ति थोड़े से रुपए कमाने के चक्कर में हरे-भरे पेड़ काट देता है। लेकिन व्यक्ति को ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि व्यक्ति को ये नहीं पता है, कि अगर पेड़ नहीं होंगे, तो मनुष्य को जीवन में जीने में बहुत कठनाईयों का सामना करना पड़ेगा। यह बात हम कोरोना वायरस की दूसरी लहर से अच्छी तरह से जान गए हैं, कि किस तरह ऑक्सीजन के लिए लोग परेशान रहे थे। उन्होंने कहा कि बाहर के देशों में जंगल को काटकर लोग बस्ती बना देते हैं। ऐसे ही अगर ये सब जंगल को काटकर बस्ती बनाते रहे, तो आगे आने वाली पीड़ी को ऑक्सीजन के अलावा पेड़ों की शुद्ध हवा लेने को तरस जाएंगे। इस तरह से प्रत्येक व्यक्ति को इस धरा पर जीवित रहने के लिए उसके हिस्से की आक्सीजन आपूर्ति के लिए दस पेड़ चाहिए। इसलिए पर्यावरण संरक्षण को समझ कर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं। नपा इंजीनियर अशोकलाल गुप्ता ने कहा कि पौधारोपण आज के समय की बहुत बड़ी आवश्यकता है। लगातार पौधों की कटाई होने से पर्यावरण असंतुलित होता चला जा रहा हैं। हम सबको जागना होगा और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना होगा। कार्यक्रम में 100 से अधिक नीम, पॉम, पीपल, बरगद सहित अन्य पौधे रोपे गए।