शिवपुरी। करैरा की ग्राम पंचायत मामोनीकला ने सोमवार को अजब फरमान जारी किया है। मामोनीकलां के भरत लोधी के खेत में खड़ी फसल एक गाय उजाड़ रही थी। उसने गाय को भगाया तो वह नाले में जा गिरी और उसकी मौत हो गई थी। इसको लेकर गांव की पंचायत उसे गौ हत्या का दोषी मानने लगी।
पंचायत के फरमान से गांव में भरत और उसके परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया गया। उसे गंगा स्नान करने का हुकुम मिला तो वह इलाहाबाद गया और सोमवार को गांव लौट आया। 12 गांव सहित अपने गांव के तीन मंदिरों पर 22 हजार रुपए दान किए। अब पंचायत का फरमान है कि उसे भागवत सप्ताह कराकर भंडारा भी करना होगा।
तभी गांव व समाज के लोग उसके घर व उसके परिवार के यहां आना जाना शुरू करेंगे नहीं तो वह अब भी गौ हत्या का दोषी माना जाएगा। भरत लोधी के भाई मनोज लोधी ने बताया कि उनकी आमदनी का जरिया खेती है। ऐसे में पंचायत के फरमान के बाद उन्होंने जैसे-तैसे गंगा स्नान किया और गांव के मंदिरों पर भी दान दे दिया, लेकिन अब भागवत सप्ताह कराने का फरमान पंचायत ने सुनाया है।
दादा बोले-फसल के बाद कराएंगे भागवत
भरत के दादा दयाराम लोधी का कहना है कि उनके नाती से गाय मर गई। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार पंचायत बुलाई और पंचायत ने गंगा स्नान व भागवत कथा कराने का फैसला सुनाया। मंदिरों को 22 हजार दान भी दिया। कथा फसल आने के बाद कराएंगे, क्योंकि उसमें पैसा बहुत लगता है और अभी हमारी व्यवस्था भी नहीं है।
भरत के भाई मनोज का कहना है कि खेती किसानी के लिए मजदूरों की भी आवश्यकता होती है, लेकिन पंचायत के फरमान के बाद तो मजदूर ही काम पर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में खेती तक चौपट हो रही है। बारिश के बाद अब निदाई और गुड़ाई का काम है। ऐसे में मजदूर नहीं आएंगे तो फसल में खरपतवार लग जाएगी।
गांव में कई सालों से चली आ रही यही प्रथा
भरत का कहना है कि गांवों में कई सालों से यह प्रथा चली आ रही है। जो पंच फैसला पंचायत में सुनाते हैं, उसे सब मानते हैं। भरत का कहना है कि गांव व आसपास के गावांे में यह प्रथा आज भी बदस्तूर जारी है। जब पंचायत ने फैसला सुनाया तो वह गंगा स्नान करने गया।
पंचायत के फरमान से वृद्ध ने कर ली थी आत्महत्या
कुछ साल पहले भौंती कस्बे में एक वृद्ध के डंडा मारने से भैंस की मौत हो गई थी। पंचायत ने उसका व उसके परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया था। इसके बाद वृद्ध ने नदी में डूबकर अपनी जान दे दी थी। परिजनों का कहना था कि पंचायत के फरमान के चलते वृद्ध ने आत्महत्या की थी।
संज्ञान में आया है मामला
मेरी जानकारी में अब तक यह मामला नहीं था, अब संज्ञान में आया है, इसकी जांच कराई जाएगी।
एसएल टेंगरे, सीईओ, जनपद पंचायत करैरा