
नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। साइबर अपराधियों ने कोर्ट से रिटायर्ड कर्मचारी दीनानाथ शर्मा को छह दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा और दस लाख रुपये ठग लिए। कनाडा के आतंकी के पास उनकी आईडी मिलने की बात कहकर डराया और रकम ट्रांसफर करा ली। खाते में शेष 14 लाख रुपए और ट्रांसफर करने के लिए चेक बुक खत्म होने पर दीनानाथ ने बेटे से संपर्क किया तो मामला खुला और पिता-पुत्र ने कोतवाली पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया।
दीनानाथ शर्मा (63) मूल रूप से भिंड जिले के गोहद बड़ाबाजार ब्रह्मपुरी मोहल्ला निवासी हैं। वर्तमान में वे शिवपुरी की विवेकानंद कॉलोनी में रहते हैं। पुलिस के अनुसार, नौ दिसंबर 2025 को उनके वॉट्सएप पर अनजान नंबर से कॉल आया। ठग ने खुद को बाम्बे का इंस्पेक्टर गजेन्द्र बताया। उसने दीनानाथ की आईडी आतंकियों के पास मिलने की बात कहते हुए कहा कि उनके नाम पर कनाडा में 500 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।
छह दिन तक बातों में उलझाए रखने के बाद ठग ने उनके बैंक खाते में जमा 24 लाख रुपये सुरक्षित करने के बहाने ठग ने 12 और 15 दिसंबर को दस लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। इस बीच चेक बुक खत्म हो गई, दीनानाथ ने नई चेक बुक के लिए बेटे प्रमोद से संपर्क किया और सारी बात बताई। ठग ने 30 दिसंबर को भी कॉल किया, लेकिन थाने के दीवान को देखकर काट दिया। पुलिस जांच के अनुसार, जिन खातों में रुपये ट्रांसफर हुए हैं उनमें एक खाता सचिन प्रजापति और दूसरा डीडी प्लास्टिक के नाम से है।