नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। खनियाधाना जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत गताझलकुई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना जनमन आवास में गबन का मामला सामने आया है। पंचायत सचिव ने अपने पुत्र के साथ मिलकर आदिवासी हितग्राहियों के आवासों के तीन करोड़ रुपये डकार लिए। जांच में मामला सिद्ध होने पर जनपद सीईओ मोगराज पुत्र घासीलाल मीणा की शिकायत पर आरोपित पंचायत सचिव जीवन सिंह यादव एवं उसके बेटे एवं उनके बेटे रविप्रताप यादव के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
ग्राम पंचायत गताझलकुई के तत्कालीन पंचायत सचिव जीवन सिंह यादव द्वारा 125 आदिवासी हितग्राहियों के जनमन आवास पूर्ण कराने का ठेका अपने बेटे रविप्रताप यादव के साथ मिलकर लिया था। जीवन सिंह यादव ने हितग्राहियों से संपूर्ण राशि का आहरण करवा कर पूरी राशि स्वयं ने रख ली, किंतु वर्तमान में धरातल पर आवास अपूर्ण हैं। पंचायत सचिव द्वारा केवल 37 आवास पूर्ण एवं 73 आवास छत स्तर पर हैं। इनमें से 20 आवासों को पोर्टल पर पूर्ण बताया गया है जबकि उक्त आवास आज की स्थिति में अपूर्ण है।
-मजदूरी की राशि जनमन आवास के हितग्राहियों के खाते में न डालकर अन्य जाब कार्डधारियों के खाते में डालकर हेराफेरी की गई है।
-वित्तीय वर्ष 2023-24 में स्वीकृत आवासो में से 11 जनमन आवास की प्रथम किश्त की राशि जारी कराकर कार्य प्रांरभ नहीं किया गया।
-तीन हितग्राहियों के 1.50 लाख रुपये तत्कालीन सचिव ने अनाधिकृत रूप से अपने पास अनाधिकृत रूप से रख लिए। इसकी सूचना न तो कार्यालय को दी गई और न ही नोडल खाते में जमा की गई।
-जो लोग जनमन आवास की पात्रता की श्रेणी में नहीं आते ऐसे 8 अपात्र लोगों को जनमन आवास का लाभ जीवन लाल यादव द्वारा दिया गया।