नईदुनिया प्रतिनिधि शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में पिछले ढाई महीने से चल रहे विवाद में शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा शुक्रवार को नगर पालिका पहुंचीं। नईदुनिया ने इस पूरे मामले में उनसे बात करते हुए यह जानने का प्रयास किया कि शिवपुरी नगर पालिका में आखिर 18 पार्षद अचानक उनके खिलाफ क्यों खड़े हो गए, जिसमें से 11 पार्षद भाजपा के हैं, जबकि 3 पार्षद भाजपा समर्थित हैं।
इस पर उन्होंने बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह तो पूरे मध्य प्रदेश में चल रह है। सब जगह ऊपर-नीचे चल रहा है, और चलता है। यह सब तो घर की चीजें हैं, न यह बंद हुई हैं और न बंद होंगीं। नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा से जब यह जानने का प्रयास किया गया कि अगर यह घर का विवाद था तो फिर घर के अंदर ही मैनेज क्यों नहीं हो पाया।
इस पर उन्होंने बहुत स्पष्ट रूप से कहा कि सब मैनेज हो जाएंगे। उनके अनुसार ढाई साल पहले भी ऐसा ही समय आया था और अब फिर वही समय आ गया है। सब कुछ समय पर निर्भर है।
कुल मिलाकर उन्होंने खुले शब्दों में यह स्वीकार किया है कि प्रदेश में मौजूद 16 नगर निगम, 98 नगर पालिका, 264 नगर परिषद, जिनमें लगभग 80 प्रतिशत में भाजपा और उनके समर्थित प्रत्याशी महापौर व अध्यक्ष हैं, वहां सभी जगह यही हाल हैं। उनका यह बयान निश्चित रूप से प्रदेश भाजपा की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करने वाला है।