शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को मिला टाइगर रिजर्व का दर्जा, PM मोदी ने कहा- यह अद्भुत समाचार
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला है। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसे वन्यजीव संरक्षण में उपलब्धि बताया। यह मध्य प्रदेश का नौवां टाइगर रिजर्व है, और इसका क्षेत्रफल 1,751 वर्ग किलोमीटर होगा।
Publish Date: Sun, 09 Mar 2025 08:05:25 PM (IST)
Updated Date: Sun, 09 Mar 2025 08:05:25 PM (IST)
शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा।HighLights
- भारत का 58वां और मध्य प्रदेश का नौवां टाइगर रिजर्व।
- मुख्यमंत्री ने टाइगर रिजर्व बनाने की अधिसूचना जारी की।
- 1,751 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा माधव टाइगर रिजर्व।
नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। मध्य प्रदेश में शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंटरनेट मीडिया पोस्ट में मध्य प्रदेश में बाघ संरक्षण को लेकर मिली उपलब्धि की सराहना की है।
उन्होंने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के पोस्ट को फोटो के साथ रिपोस्ट करते हुए लिखा कि ‘वन्यजीव प्रेमियों के लिए अद्भुत समाचार! भारत वन्य जीव विविधता और वन्य जीवों का जश्न मनाने वाली संस्कृति से समृद्ध है। हम हमेशा जानवरों की रक्षा करने और एक टिकाऊ ग्रह में योगदान देने में सबसे आगे रहेंगे।’
देश को मिला 58वां टाइगर रिजर्व
- भूपेंद्र यादव ने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि ‘भारत पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव संरक्षण में लगातार बड़ी प्रगति कर रहा है। यह घोषणा करते हुए रोमांचित हूं कि देश ने 58वें टाइगर रिजर्व को अपनी सूची में शामिल कर लिया है, जिसमें नवीनतम प्रवेश मध्य प्रदेश के माधव टाइगर रिजर्व का है।
यह मध्य प्रदेश का नौवां टाइगर रिजर्व है। मैं सभी वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणवादियों को बधाई देता हूं। यह विकास हमारे वन अधिकारियों के अथक प्रयासों का प्रमाण है जो निस्वार्थ भाव से इस उद्देश्य के लिए काम कर रहे हैं।’ मुख्यमंत्री ने जारी की थी अधिसूचना
बता दें, दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने शिवपुरी जिले में माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व बनाने की अधिसूचना जारी की है। बाघ अभयारण्य के रूप में अपने नए पदनाम के साथ, माधव राष्ट्रीय उद्यान अब 1,751 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा, जिसमें 375 वर्ग किलोमीटर का मुख्य क्षेत्र और 1,276 वर्ग किलोमीटर का बफर क्षेत्र होगा।