परिजनों का आरोप, टीवी का मरीज है ब्रजेश, अस्पताल में नहीं हो रही थी देखभाल, कोरोना वार्ड में कर दिया था भर्ती
माता, पिता, मामा, मामी व भाई सहित 5 लोगों को अस्पताल में किया कोरंटाईन, मरीज को आईसोलेशन में पहुंचाया
शिवपुरी। शहर के माधव नगर में शनिवार की दोपहर उस समय हडकंप मच गया जब पुलिस टीम एक सूचना पर यहां रहने वाले रजक परिवार के घर जा पहुंची। दरअसल पुलिस को सूचना मिली कि ब्रजेश रजक नाम का युवक ग्वालियर अस्पताल से भागकर शिवपुरी अपने घर पहुंचा है और वह कोरोना का संदिग्ध् मरीज हैं। जिस पर तत्काल पुलिस टीम टीआई, बादामसिंह के नेत्रत्व में उसके घर जा पहुंची। जहां पुलिस ने घर पर मौजूद युवक ब्रजेश 40 सहित उसके पिता मुकेश 70 पुत्र भदई रजक, मां मीना, भाई सोनू 25 पुत्र मुकेश व मामा पप्पू, मामी विनीता सहित दौलतसिंह को पहले मास्क प्रदान किए और फिर स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर बुला लिया जो सभी को अस्पताल ले आई। जहां परिजनों को अस्पताल में कोरंटाईन किया गया है जबकि ब्रजेश को कोरोना का संदिग्ध मरीज मानते हुए आईसोलेशन वार्ड में रखा गया है और उसका सेंपल भी ले लिया गया है। इधर परिजनों का आरोप हैं कि ब्रजेश पिछले महीने टीवी के इलाज के लिए ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल के वार्ड नंबर 2 में भर्ती कराया गया था लेकिन उसे न तो उसे दवा दी जा रही थी और न ही उसका उपचार किया जा रहा था बल्की उसे कोरोना वार्ड में भर्ती कर दिया जिसके चलते वह वहां से भागकर शिवपुरी आ गया। फिलहाल इस मामले ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
मुरैना में पॉजीटिव पाए गए परिवार से संबंधित है ब्रजेश
हाल ही में मुरैना का जो रजक परिवार कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। ब्रजेश उसी परिवार से संबंधित हैं और उसके परिजन तेरहवीं में भी शामिल हुए थे। घर से ब्रजेश के फिजीकल पर रहने वाले मामा मामी को भी टीम अस्पताल लेकर आई हैं जिन्हें पिछले दिनों तेहरवीं में शामिल होने के चलते क्वारंटाईन किया गया था और सेंपल भी लिया गया था। हालांकि उनके सेंपल नेगेटिव आए थे।
ग्वालियर शिवपुरी के बीच सीमाएं सील, फिर भी आवाजाही जारी
ग्वालियर अस्पताल से भागकर शिवपुरी आने वाले ब्रजेश रजक के इस मामले ने प्रशासन और पुलिस के जिलों के बीच सीमाएं सील करने के दावों पर भी सवाल खड़ा कर दिया है। खासतौर पर इस मामले में ग्वालियर पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल में भर्ती ब्रजेश न केवल वहां से भाग निकला बल्की ग्वालियर की किसी नाकाबंदी में उसे ट्रेस नहीं किया गया और उसके बाद वह शिवपुरी जिले की सीमा पर लगी नाकाबंदी को भी पारकर शिवपुरी पहुंच गया। बताया जाता है कि ब्रजेश अपने परिजन के साथ बाइक पर शिवपुरी पहुंचा।
आईसोलेशन में अब तीन मरीज
जिला अस्पताल के कोरोना आईसोलेशन वार्ड में मरीजों की संख्या 3 हो गई है। बता दें कि जिले के दूसरे कोरोना पॉजिटिव समीर फिलहाल आईसोलेशन वार्ड में ही हैं हालांकि उसकी तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसके अलावा अब आईसोलेशन वार्ड में ग्वालियर से भागकर आए कोरोना संदिग्ध ब्रजेश रजक सहित दिनारा से लाए गए बलराम यादव को भी आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है।
शनिवार को भेजे 25 सेंपल
इधर जिले भर के गांव व अन्य स्थानों से सूचना के आधार पर स्क्रीनिंग के लिए लाए जा रहे मरीजों के सेंपल भेजने का सिलसिला भी जारी है। शनिवार को भी 25 सेंपल लिए गए हैं।
पिछोर के वयोवृद्ध टेलर की शिवपुरी लाते समय मौत, लिया सेंपल
शिवपुरी। जिले के पिछोर कस्बे में रहने वाले वयोवृद्ध अकबर खान जो पेशे से टेलर हैं कि शनिवार की दोपहर शिवपुरी अस्पताल लाते समय मौत हो गई। पिछोर के बीएमओ डॉ संजीव वर्मा के मुताबिक अकबर खान को पहले पिछोर अस्पताल लाया गया था, जहां उनका बीपी 180-200 था। जिन्हें शिवपुरी रैफर किया गया। वर्मा के मुताबिक शिवपुरी अस्पताल पहुंचने पर उनकी मौत हो गई। शिवपुरी में डॉक्टरों से चर्चा के मुताबिक अकबर की मौत का संभावित कारण ब्रेन हेमरेज बताया जा रहा है हालांकि स्थानीय लोगों के मुताबिक अकबर जुकाम व बुखार से भी पीड़ित थे। एहतियात के तौर पर अकबर का भी कोरोना सेंपल लिया गया है। साथ ही डॉक्टर वर्मा के मुताबिक उनका नाती 17 मार्च को मुंबई से पिछोर लौटा था। ऐसे में परिजनों के भी सेंपल लिए है। हालांकि मुंबई से आए हुए लंबी अवधि हो चुकी है। इसके अलावा अन्य किसी परिजन की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं मिली है।
आज रहेगा टोटल लॉकडाउन
कलेक्टर एसपी बोले घरों में रहें, सुरक्षित रहें
शिवपुरी। कोरोना की चैन तोड़ने के लिए 12 अप्रैल रविवार को टोटल लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे। दुकानें नहीं खुलेंगी। न ही रोजाना की तरह कामकाज होंगे। कियोस्क भी बंद रहेंगे। कलेक्टर अनुग्रहा पी और एसपी राजेश चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना की चैन तोड़ने के लिए टोटल लॉकडाउन लगातार दूसरे रविवार को किया जा रहा है। सभी लोगों को घरों में रहना अनिवार्य हैं। कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकलेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।