शिवपुरी। नईदुनिया प्रतिनिधि
जिन्हें अपने अधिकारों और कानूनों की जानकारी नहीं है, उन्हें जागरूक कर अधिकार दिलाने के लिए हम सभी के समन्वित प्रयास करने की आवश्यकता है। महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता के आधार पर शासन की योजनाओं का लाभ मिले यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। यह बात जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल ने पैरा लीगल वोलेंटियर्स से कही। उन्होंने कहा कि सामाजिक प्रगति के लिए महिलाओं और बच्चों को हिंसा मुक्त वातावरण उपलब्ध कराना हम सभी की जिम्मेदारी है। शनिवार को महिला एवं बाल विकास तथा ममता सामाजिक संस्था के समन्वय से बाल अधिकार संरक्षण, बाल हिंसा उन्मूलन एवं लिंग विभेद पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रशिक्षण केंद्र पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में पैरा लीगल वोलेंटियर्स एवं चाइल्ड लाइन के वोलेंटियर्स शामिल हुए।
कार्यक्रम में जिला विधिक सहायता अधिकारी शिखा शर्मा ने बच्चों से जुड़े कानूनों की जानकारी देते हुए उनके क्रियान्वयन में वोलेंटियर्स की भूमिका के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने किशोर न्याय अधिनियम एवं लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण कानून के प्रविधानों से परिचित कराते हुए कहा कि इन कानूनों में बच्चों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार को प्राथमिकता दी गई है। उन्हें सुरक्षित माहौल और विकास के सभी अवसर बिना किसी रुकावट के मिलना चाहिए। कार्यक्रम में सहायक संचालक आकाश अग्रवाल ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।
बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा ने बच्चों पर होने वाली हिंसाओं को रोकने में स्वयं सेवकों की भूमिका की जानकारी दी। ममता संस्था की जिला समन्वयक कल्पना रायजादा ने बाल विवाह के दुष्प्रभाव की जानकारी के साथ रोकथाम के तरीकों की विस्तार से जानकारी दी। चाइल्ड लाइन सिटी कॉर्डिनेटर सौरभ भार्गव ने चाइल्ड लाइन के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि जब भी बच्चा किसी मुसीबत में दिखे तो 1098 पर सूचित कर उसकी मदद करें।
Posted By: Nai Dunia News Network