
Shivpuri Vidhan Sabha: शिवपुरी से बलराम सोनी। कभी सड़क दुर्घटनाओं को लेकर कुख्यात रही शिवपुरी का प्रवेश द्वार खूबत घाटी अब बदल चुकी है। पहाड़ को काटकर अंधा मोड़ खत्म कर दिया गया। यहां तेजी से बन रहे नेशनल हाईवे से यात्रा सुखद हो गई है। माधव नेशनल पार्क के बीच से गुजरे इस हाईवे के किनारे ईको फ्रेंडली बांस के पर्दे लगाए जा रहे हैं जो प्रदेश में कहीं और दिखाई देंगे। इन पर्दों को लगाने की वजह यह है कि हाईवे से गुजरने वाले वाहनों का शोर नेशनल पार्क के वन्यजीवों को विचलित नहीं करेगा। इसी तरह बायपास से शहर तक 13 किलोमीटर लंबी थीम रोड इस ऐतिहासिक और पर्यटन नगरी में विकास का अहसास कराती है। लेकिन करीब 15 लाख की आबादी वाले इस शहर को पेयजल और सीवर लाइन जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं। यहां हाथों में प्लास्टिक की कट्टी लिए 10 से 12 साल के बच्चे पानी के लिए कतारों में अब भी खड़े दिखते हैं। विपक्ष का आरोप है कि हमारी विधायक के रोजगार मंत्री होने के बावजूद युवा बेरोजगार हैं और क्षेत्र से पलायन कर रहे हैं। इस सबके बावजूद शिवपुरी में न तो जाति मुद्दा है और ना ही विकास फिर भी चार बार से मतदाता यशोधरा राजे सिंधिया को विधायक चुन रहे हैं।
सियासी इतिहास
शहर की श्रीराम कालोनी में रहने वाले प्रमोद भार्गव बताते हैं कि यह सीट हमेशा से ही महल के प्रभाव में रही है। प्रत्याशी किसी भी दल का हो, सिक्का महल का ही चलता है। 1980 और 1985 के चुनाव में स्व माधव राव सिंधिया के करीबी रहे गणेश गौतम जीते। 1998 से राजमाता की बेटी यशोधरा ने चुनाव मैदान संभाला तो वे 2003, 2013 और 2018 में चुनाव जीतीं। यशोधरा 2007 में ग्वालियर से लोकसभा के बाय इलेक्शन और 2009 के लोकसभा चुनाव में सांसद चुनीं गईं।
1- पेयजल के लिए 140 करोड़ रुपये जलावर्धन योजना 15 साल बाद भी पूरी नहीं
2- पूरे शहर में सीवर लाइन नहीं। 2008 में काम शुरू हुआ, लोगों ने परेशानी झेली लेकिन काम पूरा अभी नहीं हुआ
3- बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या, क्षेत्र के लोग बड़े शहरों की ओर पलायन को मजबूर
4- मुख्य सड़कें और बाजार की चमकते हैं। शहर की अंदर की सड़कें बदहाल।
5- मेडिकल कालेज में सुविधाएं तो बहुत लेकिन डाक्टर्स की कमी- हृदय रोगियों को इमरजेंसी में ग्वालियी ले जाना पड़ता है।
1- शिवपुरी नगर में थीम रोड का निर्माण 64 करोड़ व सुंदरीकरण के लिए 8 करोड़ रुपये की राशि अतिरिक्त स्वीकृत कराई
2- तीन स्थानों पर 75 लाख रुपये की लागत से संजीवनी क्लीनिक
3- 10 पार्कों में 80 लाख रुपये से ओपन जिम का निर्माण
4- खेल परिसर में साढ़े सात करोड़ की लागत से एथलेटिक ट्रेक, एक करोड़ की लागत से इनडोर हाल और एक करोड़ की लागत से हाकी स्टेडियम का निर्माण
5- जिला अस्पताल में 77 लाख रुपये का आक्सीजन प्लांट
6- सत्यनारायण व नवग्रह मंदिर का 13 करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार
7- यात्री बस सेवा सदन का निर्माण, लागत एक करोड़, बांसखेड़ी में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए पांच करोड़ की स्वीकृति और 6 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग की स्वीकृति
8- ग्राम राजौर महुआखेड़ा में सनघटा डेम की स्वीकृति, ग्राम खोड़ में स्टेडियम का निर्माण
9- कोटा-झांसी फोरलेन से नया बलारपुर मार्ग लंबाई ढाई किमी, शिवपुरी हवाई पट्टी से कोटा-झांसी हाइवे मार्ग 30 करोड़।
मुझे तो बस अपने शिवपुरी को बढ़िया बनाना है। हम तो अपनी जिम्मेदारी से पूरे काम कर रहे हैं। थीम रोड का काम हो रहा है। डैम का काम करवा रहे हैं। नगरपालिका के काम शुरू हैं। हमारे शिवपुरी में सबसे ज्यादा काम होता है। अब वोटर के ऊपर है। वह मेरे काम को पसंद करता है। मुझे तो राजमाता ने जो सिखाया उसी पर चलती हूं। किसी को लुभाना मेरा उद्देश्य भी नहीं है। और सबको मैं संतुष्ट कर भी नहीं सकती हूं। हां, अपना काम करती जाती हूं। किसी को ह्दय रोग है। किसी को पढाई के लिए पैसा चाहिए, इन्हें मदद कर मैं तो अपना कर्तव्य निभा रही हूं। हमारे यहां स्टेडियम में भी लगातार खेल गतिविधियां चल रही हैं। ग्वालियर में भी 50 एकड़ का आधुनिक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बन रहा है। शिवपुरी के लिए मैं तो लड़-झगड़ कर काम करवा लेती हूं।
यशोधरा राजे सिंधिया, खेल एवं युवक कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास व रोजगार मंत्री
प्रदेश में बदलाव की लहर है। जनता ठान चुकी है इस बार कमलनाथ में नेतृत्व में कांग्रेस को प्रदेश की सत्ता सौंपना है। जहां तक कांग्रेस उम्मीदवार की बात है तो ऐसा चेहरा सामने लाएंगे जो न तो महल से डरेगा और ना ही दबेगा। पार्टी ने चुनाव की तैयारियां आरंभ कर दी हैं। सभी 290 पोलिंग बूथों पर चार महीने पहले एजेंट नियुक्त कर दिए जाएंगे। नारी सम्मान योजना के लिए घर-घर संपर्क कर फार्म भरवाए जा रहे हैं। महिलाओं को 1500 रुपये और पांच सौ रुपये सिलेंडर देंगे। शिवपुरी में विकास के नाम पर सिर्फ जनता से छलावा हुआ है। रोजगार नहीं है। युवा पलायन कर रहे हैं। नशे का कारोबार बढ़ रहा है।
विजय सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष कांग्रेस शिवपुरी
महल फैक्टर होने की वजह से शिवपुरी का सियासी समीकरण बदलेगा ऐसी संभावना कम ही है. हालांकि जहां तक वायदों को पूरा करने की बात है तो वो महल उम्मीदवार होने के बाद भी अब तक अधूरे हैं। शिवपुरी में सिंध नदी का पानी लाने की वायदे को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। मूलभूत सविधाओं को लेकर भी शिवपुरी की जनता परेशान है।
जहां तक बात दावेदारों की है तो बीजेपी प्रत्याशी बदले जाने की संभावनाएं कम ही हैं. हालांकि कांग्रेस में टिकट पाने वालों की कतार लंबी जरूर है। कांग्रेस पार्टी कांग्रेस पार्टी से राकेश गुप्ता दावेदार हैं। और यह शहर अध्यक्ष रह चुके हैं राकेश गुप्ता, इनके पिता सावल दास गुप्ता कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। दूसरे दावेदार सिद्धार्थ लढ़ा हैं, फिलहाल शहर कांग्रेस अध्यक्ष हैं।
मतदाता (पांच जनवरी 2023)
पुरुष- 132527
महिला- 119761
अन्य- 13
कुल मतदाता-251701