
नईदुनिया प्रतिनिधि शिवपुरी। कृषि उपज मंडी में व्यवस्था देखने के लिए पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह शुक्रवार को एक आम किसान की तरह एक घंटे तक खाद का टोकन लेने के लिए लाइन में लगे रहे। अपनी पहचान छुपाने के लिए उन्होंने हेलमेट पहन रखा था। उन्होंने बताया कि टोकन लेने के लिए किसानों के साथ धक्कामुक्की की जा रही थी, जो दबंग किसान या किराए से लगाए गए मजदूर थे, वह वास्तविक किसान से लड़-झगड़कर टोकन ले रहे थे।
टोकन वितरण के लिए जिन पटवारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, वह चेहरा देख-देखकर कूपन वितरण कर रहे थे। विधायक के अनुसार, लोग उन्हें कई बार पीछे धकेलकर खुद आगे आए। इस दौरान जो वास्तविक किसान थे, वे भीड़ में दब कर रह गए। विधायक का कहना है कि टोकन वितरण केंद्र और खाद वितरण केंद्र पर पुलिस बल और किसानों के लिए पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है।
विधायक ने इस संबंध में एसडीएम अनुपम शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि पुलिस बल व अन्य व्यवस्थाओं के लिए उन्होंने तहसीलदार निशा भारद्वाज को कहा गया, लेकिन तहसीलदार के मौके पर मौजूद नहीं होने की शिकायत भी विधायक ने की है। बकौल विधायक उन्होंने जब पोहरी थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह कुशवाह से बात की तो उन्होंने बताया कि उनको पुलिस व्यवस्था करने के संबंध में किसी भी प्रकार के निर्देश नहीं दिए गए हैं।
खनियाधाना में शुक्रवार की सुबह 9:00 बजे तक टोकन नहीं बांटे गए तो किसान आक्रोशित हो गए और उन्होंने हंगामा कर दिया। इसके साथ ही गोदाम से खाद लूटने का भी प्रयास किया। हालांकि बाद में मौके पर पहुंचे तहसीलदार निशिकांत जैन और पुलिस ने हंगामा शांत कराया। इस दौरान तहसीलदार को किसानों से हाथ जोड़कर निवेदन करना पड़ा, तब कहीं जाकर किसान शांत हुए।