कलेक्टर ने जनसुनवाई में सुनी ग्रामीणों की समस्याएं,निराकरण के दिए निर्देश
8टीकेजी 9
जनसुनवाई में ग्रामीणों की समस्याएं सुनते अधिकारी
निवाड़ी(नईदुनिया न्यूज)।
प्रत्येक मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर में जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने ग्रामीण क्षेत्रों से आए ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उनके निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जन सुनवाई के दौरान 73 आवेदन आए जिसमें 2 आवेदनों का तत्काल निराकरण किया गया। पीसीसी सदस्य नरेंद्र खरे एवं निवाड़ी नगर वासियों द्वारा निवाड़ी जिला मुख्यालय की रेलवे स्टेशन महाकौशल एक्सप्रेस जो जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन दिल्ली को जाने वाली मात्र एक ट्रेन जन सामान्य को आने जाने की सुविधा से रेल प्रशासन द्वारा कॉर्बेट के नाम पर अस्थाई रूप से बंद करने से जनता को उच्च न्यायालय जबलपुर एवं राजधानी दिल्ली जाने में करीब 16 माह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जनरल मैनेजर उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया और अस्थाई बंद की गई महाकौशल एक्सप्रेस को पुनः चालू करवाए जाने की मांग की। सत्यम यादव पत्नी दिलीप यादव निवासी बीजोर ने शिकायत दर्ज कराई कि आंगनबाड़ी केंद्र बीजोर में सहायिका के पद पर की गई नियुक्ति नियम विरुद्ध की गई। उन्होंने उल्लेख किया कि मेरी शैक्षणिक योग्यता हाई सेकेंडरी 68.93 प्रतिशत अंक की मार्कशीट फार्म के साथ 20 जुलाई को जमा की गई थी, लेकिन महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा जयंती कुशवाहा की नियुक्ति की गई जो आठवीं पास है जो नियम विरुद्ध की गई इसकी जांच करवाई जाए। पिंकी बंशकार निवासी मकाला तहसील निवाड़ी का 3 जुलाई 2021 को निवाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान पुत्र ने जन्म दिया था जिसकी पुरुषों सहायता राशि के लिए 8 महीने से बराबर भटक रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा शासन की योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है। न ही मेरे खाते में प्रसव सहायता राशि डाली गई विगत दो बार जनसुनवाई में भी शिकायत दर्ज करा चुकी हूं। तरिचर कलां निवासी हरनारायण पुत्र भूरे कुशवाहा विगत 4 वर्षों से भूमि के नामांतरण नहीं किए जाने से परेशान हैं। नायब तहसीलदार तरिचर कलां के आदेश के बावजूद हल्का पटवारी के द्वारा भूमि खसरा नंबर 727 रकबा 2.537 में स्थित भूमि तरीचरकला के एक बटा दो हिस्सा का नाम दर्ज नहीं किया जा रहा है जिससे किसान बुरी तरह परेशान हैं। भूमि नामांतरण करवाए जाने की मांग की।