Tikamgarh Crime News: सुनील माेदी, टीकमगढ़ नईदुनिया। निवाड़ी जिले के ओरछा तहसील अंतर्गत बर्सोवा के घटवाहा गांव में बेतवा नदी किनारे रेत निकालते समय खदान धसकने से तीन युवकों की मौत हो गई। खदान धसकने के बाद मजदूराें काे झांसी मेडिकल कालेज ले जाया गया था, जहां डाक्टराें ने मजदूराें काे मृत घाेषित कर दिया। घटना की खबर लगते ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी व पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
हीरालाल पुत्र चतुर सिंह कुशवाह उम्र 19 वर्ष, संजय केवट पुत्र बबलू केवट उम्र 20 वर्ष आैर पंकज केवट पुत्र बीरन केवट उम्र 20 वर्ष निवासी घटवाहा मंगलवार की सुबह करीब 4 से 5 बजे के बीच एक ट्रैक्टर पर मजदूरी करने घर से निकले थे। ये लाेग रेत खदान पर मजदूरी करके रेत निकालकर टैक्टर में भर रहे थे। इसी दाैरान रेत निकालते समय खदान धसक गई और तीनाें युवक दब गए। स्थानीय लाेगाें ने जैसे-तैसे घायलाें काे बाहर निकाला, उनके सिर ओर सीने में गंभीर चोटें आईं थी। इसके बाद स्वजन घायलाें काे इलाज के लिए झांसी मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे, जहां जांच के बाद डाक्टराें ने तीनाें काे मृत घाेषित कर दिया। बताया जाता है कि मृतक करीब एक से डेढ़ घंटे तक रेत में दबे रहे थे।
खदान में रखा शवः स्वजनों ने तीनों युवकों के शव खदान में रख दिए, जहां पर मृतक के स्वजन कलेक्टर व अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। हंगामे की जानकारी मिलने पर एसडीओपी शैलेंद्र श्रीवास्तव, तहसीलदार ओरछा रोहित वर्मा, चौकी प्रभारी संजय शर्मा, ओरछा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृतक के स्वजनों को समझाइश दी। साथ ही मौके पर पंचानामा बनवाया और शवों को पीएम के लिए भेज दिया। मृतक के स्वजन आर्थिक सहायता शासन से दिलाए जाने की मांग कर रहे थे।
रेत खनन में यूपी के ट्रैक्टराें का उपयाेगः जिले के अनेक स्थानों पर अवैध रेत का उत्खनन बेखौफ तरीके से चल रहा है। इसी तरह ओरछा तहसील के ग्राम घटवाहा में कई वर्षों से अवैध रेत का उत्खनन हो रहा है। मृतक के स्वजनों ने आरोप लगाया है कि गांव में दिन रात उत्तर प्रदेश के रेत माफिया सक्रिय हैं और दर्जनों ट्रैक्टरों के द्वारा रेत का उत्खनन कर उत्तर प्रदेश में सप्लाई की जाती है। मंगलवार को हुई घटना के दौरान तीनाें मृतक भगवंतपुरा निवासी कल्लू प्रजापति के ट्रैक्टर पर मजदूरी के लिए गए थे।