टीकमगढ़ के वृद्ध की गोंडवाना एक्सप्रेस में मौत, बेटे का आरोप- जीआरपी के जवान ने पीट-पीटकर मार डाला
गोंडवाना एक्सप्रेस में टीकमगढ़ निवासी वृद्ध रामदयाल अहिरवार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजन ने आरोप लगाया कि जीआरपी जवानों ने बीड़ी पीने पर विवाद के बाद मारपीट की, जिससे वह बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई। मथुरा जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है।
Publish Date: Thu, 24 Apr 2025 09:05:07 PM (IST)
Updated Date: Fri, 25 Apr 2025 07:27:56 AM (IST)
गोंडवाना एक्सप्रेस में मारपीट का मामला। (फोटो- नईदुनिया प्रतिनिधि)HighLights
- ट्रेन में बीड़ी पीने पर जीआरपी से विवाद।
- मारपीट के बाद वृद्ध बेहोश होकर गिरे।
- वृद्ध को जवानों ने बुरी तरह पीटा है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, टीकमगढ़। ललितपुर से दिल्ली जा रही गोंडवाना एक्सप्रेस में आगरा-मथुरा के बीच वृद्ध की मौत हो गई। बेटे का आरोप है कि यात्रा के दौरान कोच में बीड़ी पीने पर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के जवान ने मारपीट की। इससे वह बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई। शिकायत के बाद इस मामले में मथुरा जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है।
घटना मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात हुई। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के पलेरा थाना क्षेत्र स्थित रामनगर गांव निवासी 60 वर्षीय रामदयाल अहिरवार और उनका 18 वर्षीय पुत्र विशाल अहिरवार सोमवार को गीता जयंती एक्सप्रेस से ललितपुर पहुंचे थे। उसके बाद वह ललितपुर से गोंडवाना एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार होकर दिल्ली के पालम गांव के लिए रवाना हुए।
जवानों ने पिता बुरी तरह पीटा
- विशाल अहिरवार के अनुसार रात लगभग 2 बजे आगरा के बाद चलती ट्रेन में गेट पर खड़े होकर पिता रामदयाल अहिरवार बीड़ी पीने लगे। कोच में तैनात जीआरपी के जवान ने उन्हें बीड़ी पीने से मना किया, तो दोनों में बहस होने लगी। इस बीच जवान ने उन्हें थप्पड़ मार दिया। विरोध पर बुरी तरह मारपीट कर दी।
- विशाल के अनुसार वह सो रहा था। शोर सुनकर पिता को बचाने पहुंचा। जनरल कोच स्लीपर कोच से जुड़ा था, तो मारपीट करने वाला जवान अन्य जवानों के साथ पिता को पीटते हुए स्लीपर कोच में ले गया। कुछ ही देर में रामदयाल अचेत होकर गिर पड़े। उसके बाद उन्हें होश नहीं आया। उनकी मौत हो गई। मथुरा स्टेशन पर शव उतारकर जवान भाग गए।
आगरा कैंट जीआरपी स्टाप के थे जवान
- विशाल का कहना है कि वह मथुरा के जीआरपी थाने पहुंचा। वहां रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के लिए उसको धमकाया गया। थाने में लिखित शिकायत दी थी, जिसकी कोई भी हस्ताक्षर या सील लगी हुई पावती नहीं दी है।
- आरपीएफ से फोन आया कि शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी है। विशाल की मथुरा में रिश्तेदारी भी है। मदद के लिए भीम आर्मी आगरा मंडल के पूर्व अध्यक्ष हेमेंद्र कुमार साथियों के साथ पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे थे।
- शिकायत के बाद शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया गया। वीडियोग्राफी भी कराई गई। बताया जाता है कि जिन सिपाहियों ने घटना को अंजाम दिया वह आगरा कैंट जीआरपी का स्टाफ था।