Mahakal Darshan Ujjain: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में गुरुवार को एक पंडित ने तीन लोगों के साथ मिलकर छह श्रद्धालुओं से ठगी की थी। पंडित ने गर्भगृह में प्रवेश व भस्म आरती के नाम पर श्रद्धालुओं से 21 हजार रुपये वसूल लिए। इस पर संबंधित पंडित व उसके साथियों के खिलाफ महाकाल पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि नंदकशोर शर्मा निवासी दुर्ग (छत्तीसगढ़) ने पंडित घनश्याम शर्मा से भस्म आरती दर्शन तथा भगवान का जलाभिषेक करने के लिए संपर्क किया था। पुजारी ने उनसे 21 हजार रुपये की मांग की। श्रद्धालु इसके लिए राजी हो गया और उसने पुजारी के खाते में आनलाइन पेमेंट कर दी।
नियमानुसार गर्भगृह में प्रवेश के लिए प्रति व्यक्ति 750 रुपये व भस्म आरती अनुमति शुल्क प्रति व्यक्ति 200 रुपये लगता है। इस हिसाब से छह श्रद्धालुओं का कुल शुल्क 5700 रुपये बनता है, लेकिन पुजारी ने 15300 रुपये अधिक वसूल लिए। रुपये लेने के बाद पुजारी ने धीरज शर्मा, भावेश जोशी व सोनू पारिख के माध्यम से अलग-अलग दो जनप्रतिनिधियों के कोटे से भस्म आरती अनुमति व गर्भगृह में प्रवेश की रसीद कटवाई और मैसेज श्रद्धालुओं को भेज दिया।
गुरुवार सुबह करीब 10 बजे उक्त श्रद्धालु महाकाल दर्शन करने पहुंचे, लेकिन गर्भगृह में सफाई कार्य के कारण प्रशासक ने सुबह 9.30 बजे ही गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित करवा दिया था। जब दर्शनार्थियों को दर्शन नहीं हुए, तो वे प्रशासक के पास शिकायत लेकर पहुंचे। आनलाइन सिस्टम पर मामले की पड़ताल की तो शिकायत सही पाई गई। इसके बाद आरोपितों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई।