Cleanliness Survey 2021: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भारत सरकार ने उज्जैन को देश का 10वां सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया है। साथ ही सिटीजन फीडबैक अवार्ड, थ्री स्टार रैंक और तीन से 10 लाख आबादी वाले 372 मझौले शहरों की सूची में पांचवां स्थान प्रदान किया है। शनिवार को दिल्ली में हुए समारोह में उज्जैन के संभागायुक्त संदीप यादव, नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, स्वच्छ सर्वेक्षण की नोडल अधिकारी कल्याणी पांडेय और तत्कालीन आयुक्त क्षितिज सिंघल ने दोनों अवार्ड प्राप्त किए। उपलब्धि पर आयुक्त अंशुल गुप्ता ने नईदुनिया से कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण में नागरिक सहभागिता और सफाई मित्रों की मेहनत के बूते उज्जैन ने स्वच्छता में ऊंची छलांग लगाई है। इसके लिए शहर का हर नागरिक बधाई का पात्र है। अगली बार उज्जैन नंबर-1 पायदान पर आए, इसके लिए दोगुना ताकत लगाकर काम करेंगे। आवश्यक संसाधन बढ़ाएंगे और मानीटरिंग मजबूत करेंगे।
मालूम हो कि पिछले वर्ष उज्जैन की आल इंडिया रैंक चौथे पायदान से फिसलकर 20वें पायदान पर पहुंच गई थी। मझौले स्वच्छ शहरों की सूची में भी उज्जैन पहले फायदान से लुढ़ककर 12वें पायदान पर पहुंच गया था। इससे शहरवासी और जनप्रतिनिधि काफी निराश हुए थे। हां, स्वच्छता अभियान में किन्नरों की सहभागिता की वजह से मिले ‘बेस्ट सिटीजन लीड इनिशिएटिव अवार्ड' से कुछ मुस्कुराहट जरूर खिली थी। तब निगम आयुक्त रहे क्षितिज सिंघल और स्वास्थ्य उपायुक्त संजेश गुप्ता ने रैंक सुधारने के लिए दोगुनी ताकत से काम किया। कोरोना लहर में भी दोनों ने सफाई कार्यों का नियमित निरीक्षण किया। नागरिकों के लिए वातानुकलिक टायलेट उपलब्ध कराने को चार प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर 4 फ्रेश रूम बनवाए।
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन शतप्रतिशत कराने को गाडि़यों की संख्या 84 से 100 कीं और गाड़ी हर घर पर समय पर पहुंचे ये सुनिश्चित करने को ग्लोबल पाजीशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस से जुड़वाया। गंदगी संबंधी समस्या का तत्काल समाधान करने को यूएमसी सेवा एप लांच कराया। गंदी गलियों से नाम से मशहूर सभी बैक लेन की सफाई, रंगाई-पुताई एवं चित्रकारी कराई। 200 से अधिक उद्यानों एवं रोटरी का सुंदरीकरण कराया। अच्छा कार्य करने वाले सफाई मित्रों को सम्मानित किया। नाले, कुएं-तालाबों की बेहतर साफ-सफाई कराई। इससे उज्जैन के वायु गुणवत्त सूचकांक में भी सुधार हुआ। जमीनी तौर पर स्वच्छता दिखाई दी तो नागरिकों ने सर्वेक्षण कार्य में सभागिता भी की।
यह भी जानिए
- उज्जैन को 6 हजार अंकों की परीक्षा में 4868. 83अंक मिले हैं। उज्जैन को ओडीएफ डबल प्लस सर्टीफिकेट लगातार तीसरे साल प्राप्त हुआ है।
- देश के 10 सबसे स्वच्छ शहरों की मध्यप्रदेश के दो शहरों का नाम है। पहले पायदान पर लगातार पांचवीं बार इंदौर का नाम है और दसवें पायदान पर उज्जैन का।