नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में जड़ जमा चुके वीआइपी कल्चर के खिलाफ बुधवार को कांग्रेस द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस नेताओं ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर कार्यालय का घेराव किया। जमकर नारेबाजी करते हुए इंदौर तीन क्षेत्र के विधायक गोलू शुक्ला व उनके बेटे रूद्राक्ष शुक्ला पर कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस नेताओं ने आम दर्शनार्थियों को भी प्रतिदिन दोपहर 12 से 4 बजे तक गर्भगृह से भगवान महाकाल के दर्शन कराने की मांग रखी। इस संबंध में उप प्रशासक सिम्मी यादव को ज्ञापन भी सौंपा गया।
जिस समय कांग्रेस का पैदल मार्च शुरू हुआ बरसात शुरू हो गई थी, कांग्रेसजन भीगते हुए प्रदर्शन करते रहे। पार्षद माया राजेश त्रिवेदी ने कहा कि महाकाल मंदिर में भारतीय जनता पार्टी के मंत्री, विधायक, सांसाद, विभिन्न मंडल के पदाधिकारी बेरोकटोक प्रवेश कर रहे हैं। केवल सामान्य दर्शनार्थी ही प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं।
आम भक्तों का परिसर में भी प्रवेश प्रतिबंधित है। यह व्यवस्था तत्काल समाप्त होना चाहिए, पहले सामान्य दर्शनार्थियों को भी गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल को जल चढ़ाने की व्यवस्था थी।
फिर से प्रतिदिन दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक सामान्य दर्शनार्थियों को गर्भगृह में प्रवेश दिया जाना चाहिए। धरना प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष रवि राय, अभिषेक शर्मा, करण कुमारिया, गजेंद्र मारोठिया, चंदू यादव सहि सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
21 जुलाई को इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला व उनके बेटे रूद्राक्ष शुक्ला प्रतिबंध के बावजूद महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर गए थे। आरोप है कि इस दौरान रूद्राक्ष ने मंदिर कर्मचारी से विवाद भी किया। जिस समय यह घटनाक्रम हुआ मंदिर के सीसीटीवी कैमरे व लाइव प्रसारण बंद था। इसको लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मंदिर समिति अध्यक्ष व कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यों की जांच समिति गठित कर दी है। समिति को सात दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित होगी।