
Crop Damage in MP: तराना। क्षेत्र में रविवार सुबह से जारी वर्षा के बाद चारों ओर पानी ही पानी हो गया। प्राचीन तालाब ओवरफ्लो होने से पानी नयापुरा एवं गांधी मार्ग होकर निकल गया। उधर बजरंग कालोनी में पीछे जंगल का पानी आकर जमा होने से आसपास के खेत लबालब हो गए। इससे सोयाबीन की फसल चौपट होती दिखाई दे रही है। किसान पंकज व्यास ने बताया कि स्टेशन रोड के पीछे उनके खेत में एक से दो फीट पानी जमा हो गया है। पंकज व्यास ने बताया कि पहले बजरंग कालोनी का पानी स्टेशन रोड पर होकर मंडी गेट के आगे से नदी रोड पर निकल जाता था, किंतु अब स्टेशन रोड पर फोर लेन बन जाने से रोड ऊंची हो गई है व कालोनी का पानी खेतों में जमा हो रहा है। इस जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाने की दरकार है।
भारी वर्षा के कारण नगर हुआ जलमग्न
वर्षा के चलते नगर एवं आसपास के ग्रामों में भारी जल जमाव की स्थिति निर्मित हो गई। मंगलवार को नप अध्यक्ष प्रतिनिधि रूपेश परमार, तहसीलदार डीके वर्मा, वार्ड 14 पार्षद दिनेश कुमावत ने नगर परिषद के कर्मचारियों के साथ वार्ड की कालोनी एवं जलभराव वाले इलाकों का निरीक्षण किया एवं अमले को पानी निकासी के लिए आवश्यक निर्देश दिए। अधिक प्रभावित वार्ड 14 के पार्षद दिनेश कुमावत ने घर-घर जाकर जल भराव की स्थिति का जायजा लिया एवं प्रशासनिक अधिकारियों एवं नगर परिषद अध्यक्ष को अवगत कराया। अध्यक्ष प्रतिनिधि रूपेश परमार ने अन्य वार्ड के पार्षदों से चर्चा कर समस्या हल करने का आश्वासन दिया। तालाब से ओवर फ्लो पानी नयापुरा गांधीमार्ग होकर काजीपुरा क्षेत्र से दोपहर तक बहता रहा। इधर वर्षा के चलते नगर में अघोषित बंद जैसा नजारा दिखाई दिया।
पहली वर्षा में ही नवनिर्मित पुलिया ध्वस्त : पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे ग्रामवासी
तराना। तहसील के ग्राम कनासिया से दिलोद्री पहुंच मार्ग पर लगभग चार-पांच माह पूर्व निर्मित पुलिया अपने घटिया निर्माण के कारण पहली वर्षा में ही क्षतिग्रस्त हो गई। आधी पुलिया पर सड़क में दरार आ गई, गड्ढे हो गए। आधी पुलिया पर से मटेरियल ही बह गया। पत्थर रह गए। अब इस पुलिया से वाहन निकालना कठिन हो गया है। ग्रामवासियों ने बताया कि पंचायत सचिव ने स्वतः ही निर्माण कार्य पूरा करा लिया था। इस क्षेत्र से जनपद सदस्य विकास भारती ने बताया कि अब पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसका खामियाजा ग्रामवासियों को भुगतना पड़ेगा। किसानों को पशुओं के लिए चारा आदि लाने, अपने खेतों पर जाने के लिए रास्ता ही बंद हो गया है। वाहन निकल नहीं पाएंगे। इस संबंध में जानकारी लेने के लिए पंचायत सचिव को फोन किया गया, किंतु उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया।
काजीखेड़ी डेम पूर्ण भरने के बाद झरने के रूप में बहा
महिदपुर। नगर से करीब 2 किमी. दूर काजीखेड़ी डेम वर्षा के कारण झरने के रूप में बहने लगा। झरने का आनंद लेने के लिए यहां लोगों की आवाजाही बढ़ गई। लगभग 50 वर्ष पुराने इस डेम के नीचे शंकर मंदिर है। इस डेम से करीब 20 गांव की जमीनें सिंचित हो रही है। महिदपुर तहसील में अब तक करीब 35 इंच वर्षा हो गई है।