
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नए साल के पहले उमड़ रही भीड़ को देखकर मंदिर प्रशासन का दम फूलने लगा है। शनिवार सुबह भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए अधिकारियों ने अपनी बनाई व्यवस्था में परिवर्तन कर कई द्वारों को बंद कर दिया। भीड़ नियंत्रण के लिए भक्तों को लंबा पैदल चलाया गया। अभी 31 दिसंबर और 1 जनवरी बाकी है।
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सुगम दर्शन व्यवस्था, दर्शनार्थियों की सुरक्षा व भीड़ नियंत्रण के लिए अधिकारी लगातार निरीक्षण कर अपने द्वारा बनाई गई योजना को अमलीजामा पहनाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भक्तों की भीड़ है कि उन्हें कसौटी पर खरा उतरने नहीं दे रही है। शुक्रवार दोपहर से भक्तों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई थी, इसके बाद से भक्तों का लगातार मंदिर पहुंचने का सिलसिला जारी है।

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शनिवार सुबह मंदिर के आसपास हजारों की संख्या में भक्त मौजूद थे। ऐसे में अधिकारियों ने शहनाई गेट, अवंतिका द्वार, चार नंबर गेट तथा बड़े गणेश मंदिर के सामने निर्गम द्वार से भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया। इसके साथ ही सम्राट अशोक सेतु के द्वार पर भी ताले लगा दिए। शीघ्र दर्शन टिकट वाले दर्शनार्थियों के लिए अचानक पांच नंबर गेट खोला तथा वीआइपी का प्रवेश नीलकंठ द्वार से होता रहा। आम भक्तों को कर्कराज पार्किंग से गोंड बस्ती, चारधाम मंदिर पार्किंग, शक्तिपथ, त्रिवेणी संग्रहालय, महाकाल महालोक के रास्ते मंदिर में प्रवेश दिया गया।