नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में दान का सिलसिला जारी है। रविवार को नई दिल्ली के भक्त ने भगवान महाकाल के श्रृंगार हेतु 4178 ग्राम चांदी के आभूषण भेंट किए हैं। इसी प्रकार नागपुर के एक श्रद्धालु ने भगवान की पूजा अर्चना के लिए रजत मंडित चौकी प्रदान की है।
कोठार शाखा के प्रभारी मनीष पांचाल ने बताया कि नई दिल्ली के भक्त हरिश शर्मा ने भगवान महाकाल के श्रृंगार के लिए चांदी का मुकुट, एक चंद्रमा तथा दो नग कुंडल भेंट किए हैं। इसका कुल वजन 4 किले 178 ग्राम है। सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने आभूषण प्राप्त कर दानदाता को विधिवत रसीद प्रदान कर सम्मान किया। इसी प्रकार नागपुर से महाकाल दर्शन करने आए श्रद्धालु भूषण गोदले द्वारा भगवान महाकाल की पूजा अर्चना के लिए लकड़ी पर रजत मंडित चौकी प्रदान की है।
श्री अंगारेश्वर महादेव मंदिर में बीते एक वर्ष में 91 लाख रुपये से अधिक की आय हुई है। मंदिर समिति को यह राशि पूजन की रसीद तथा भेंट पेटी से प्राप्त भेंट राशि से प्राप्त हुई है। मंगलनाथ मंदिर के समीप ग्राम कमेड़ में स्थित श्री अंगारेश्वर महादेव को मंगल ग्रह की जन्म स्थली कहा जाता है। मंगलग्रह की मान्यता के चलते भक्त यहां पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति, प्रगति तथा विवाह आदि मांगलिक कार्यों में सफलता के लिए भातपूजा कराने आते हैं। यह मंदिर महाकाल वन में स्थित चौरासी महादेव मंदिर में से एक है। शासन संधारित इस मंदिर की व्यवस्था का संचालन मंगलनाथ मंदिर प्रशासन द्वारा किया जाता है।
मंदिर के प्रभारी प्रबंधक गोपाल शर्मा ने बताया अंगारेश्वर महादेव मंदिर में प्रतिदिन भक्त भातपूजा, मंगल शांति तथा अन्य पूजन कराने आते हैं। अलग-अलग पूजन के लिए 100, 150 तथा 200 रुपये की शासकीय रसीद काटी जाती है। भक्त मंदिर की भेंट पेटी में भी दान राशि अर्पित करते हैं। इससे मंदिर समिति को आय होती है। 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक एक वर्ष में मंदिर समिति को इन दोनों स्रोत से 91 लाख 45 हजार 350 रुपये की आय प्राप्त हुई है।