नईदुनिया प्रतिनिधि, महिदपुर रोड। रेलयात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। यदि सफर के दौरान अब किसी यात्री की तबीयत खराब हो जाती है तो उन्हें घबरानें की जरूरत नहीं है। उसे बस इतना करना है कि चेकिंग स्टाफ को यह बताना होगा। वो ना केवल प्राथमिक चिकित्सा देंगे बल्कि टेलीफोन पर डॉक्टर से भी परामर्श दिलवाएंगे।
पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेलवे मंडल द्वारा यात्रियों की सुविधाओं को लेकर चलती ट्रेनों में आपातकालीन परिस्थिति में यात्रियों के प्राथमिक उपचार के लिए एक सकारात्मक पहल की गई है।
अभी तक केवल यात्रियों के लिए प्राथमिक उपचार की व्यवस्था यात्री ट्रेनों के ट्रेन मैनेजर (गार्ड) एवं स्टेशन पर स्टेशन अधीक्षक के पास उपलब्ध होती थी।
डीआरएम मनीष तिवारी का कहना है कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंडल ने यात्री ट्रेनों के सभी टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीई) को प्राथमिक उपचार किट जारी की है, जिसमें फर्स्ट एड किट में सामान्य उपचार से संबंधित सभी 13 प्रकार की दवाइयां ट्रेन में टिकट चेकिंग स्टाफ के पास ड्यूटी के दौरान उपलब्ध होगी।
इसे चेकिंग स्टाफ को अपने साथ में रखना अनिवार्य है। इसे कोई भी यात्री आपातकालीन परिस्थितियों में 50 रुपये देकर प्राथमिक उपचार सुविधा का लाभ चलती गाड़ी में ले सकेंगे।
किसी यात्री को प्राथमिक उपचार की आवश्यकता होने पर चलती ट्रेन के ऑन ड्यूटी टीटीई से संपर्क कर सकता है। पश्चात ऑन ड्यूटी चेकिंग स्टाफ टेलीफोनिक डा. परामर्श के उपरांत संबंधित यात्री को दवाइयां भी उपलब्ध कराएगा।
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आवश्यक दवाएं डॉक्टर के परामर्श पर जिस भी यात्री को मेडिकल सहायता हेतु दी जाएगी, प्राप्तकर्ता तथा उसे दी गई दवा का ब्योरा, यात्री का नाम, लिंग, उम्र, पीएनआर, कोच संख्या, बर्थ संख्या, यात्रा स्टेशन का नाम, गंतव्य स्टेशन का नाम एवं परामर्शदाता डॉक्टर का नाम रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा।
प्राथमिक उपचार किट में सामान्य उपचार जैसे- बुखार, उल्टी, दस्त, हल्की चोट, आइ ड्राप, बेंडेज इत्यादि से संबंधित दवाइयां उपलब्ध होंगी। मंडल के 257 टिकट चेकिंग स्टाफ को प्राथमिक उपचार किट उपलब्ध करवा दी गई है।