नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन : ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि के लिए मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 2.30 बजे मंदिर के पट खुल गए। इसके साथ ही आम दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया। भक्तों को लगातार 44 घंटे भगवान महाकाल के दर्शन होंगे।
इस दौरान गर्भ गृह में लगातार भगवान महाकाल की महापूजा का अनुक्रम चलता रहेगा। ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा के अनुसार भगवान महाकाल की चार प्रहर की पूजा होगी।
मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। सामान्य, वीआइपी तथा वृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग द्वार से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी।
सामान्य दर्शनार्थी : आम भक्तों को कर्कराज पार्किंग से भील समाज की धर्मशाला, गोंड बस्ती, चारधाम मंदिर, शक्तिपथ, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर, महाकाल टनल के रास्ते गणेश व कार्तिकेय मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे।
वीआइपी : वीआइपी तथा प्रोटोकाल के तहत आने वाले भक्तों को बेगमबाग मार्ग पर बने नीलकंठ द्वार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। वृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश की व्यवस्था भी इसी द्वार से रहेगी। दर्शन के बाद इसी मार्ग से बाहर निकलेंगे।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने महाशिवरात्रि पर 250 रुपये की शीघ्र दर्शन व्यवस्था को स्थगित करने का निर्णय लिया है। भक्तों को केवल कर्कराज पार्किंग मार्ग से एक समान व्यवस्था से दर्शन कराए जाएंगे।
इंदौर : इंदौर रोड की ओर से आने वाले वाहनों की पार्किंग रुद्राक्ष होटल के पास शनि मंदिर परिसर, प्रशांतिधाम, शासकीय इंजीनियरिंग कालेज, हरिफाटक ब्रिज के नीचे, हाट बाजार परिसर, मन्नत गार्डन में रहेगी।
देवास, मक्सी, आगर : इन तीनों मार्ग से आने वाले यात्रियों के लिए इंजीनियरिंग कालेज तथा प्रशांतिधाम परिसर में रहेगी।
बड़नगर व नागदा : इन शहरो से आने वाले वाहनों की पार्किंग मुल्लापुरा धान उपार्जन केंद्र परिसर, कार्तिक मेला ग्राउंड, बड़नगर रोड आदिनाथ जैन बोर्डिंग, उदासिन व निर्मोही अखाड़ा परिसर बड़नगर रोड पर रहेगी।
महाकाल मंदिर समिति द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से दूरस्थ पार्किंग स्थलों से भक्तों को मंदिर तक लाने ले जाने के लिए निश्शुल्क बस सेवा संचालित की जाएगी। पार्किंग स्थलों पर बसों की उपलब्धता व अन्य जानकारी के लिए काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
नृसिंह घाट तिराहा पर एक साथ लड्डू प्रसाद काउंटर स्थापित किए जाएंगे, जो दर्शन के लिए निर्धारित समय तक लगातार खुले रहेंगे। यह सुविधा निश्शुल्क मिलेगी