इंदौर एडिशन, उज्जैन ब्यूरो। महाकाल मंदिर के नीलकंठ द्वार के समीप स्थित होटल में मैनेजर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। होटल कर्मचारी मैनेजर को जगाने पहुंचा था। दरवाजा नहीं खुलने पर वेंटिलेशन से झांककर देखा तो वह फंदे पर लटका था। महाकाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर शव उतारा। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि कमल पुत्र बाबूलाल सूर्यवंशी उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम पिपलिया धूमा झारड़ा बेगमबाग के समीप नीलकंठ द्वार के सामने रवि गुप्ता की होटल शिव कृपा में मैनेजर था। कमल बीते पांच साल से होटल में काम कर रहा था। कमल होटल में ही रहता था।
मंगलवार रात को वह कमरा नंबर 110 में साने के लिए गया था। रोजाना वह सुबह छह बजे उठ जाता था। मगर बुधवार को सुबह सात बजे तक नहीं जागने पर होटल कर्मचारी उसे उठाने के पहुंचा था। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने पर भी नहीं खुला तो होटल मालिक रवि गुप्ता ने कर्मचारी को वेंटिलेशन से झांकने को कहा। कर्मचारी ने अंदर देखा तो कमल फंदे से लटका हुआ था। इस पर महाकाल पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस व एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। शव को फंदे से उतारा गया। मृतक के बड़े भाई विक्रम सूर्यवंशी ने बताया कि कमल 10 भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। मृतक अविवाहित था। उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी परिवार को भी नहीं है। मृतक का दूसरा भाई रामेश्वर सूर्यवंशी इंदिरानगर में रहता है। उसने बताया कि दो दिन पूर्व ही कमल से उसकी बात हुई थी। उसने किसी परेशानी के बारे में नहीं बताया। पुलिस का कहना है कि मृतक के मोबाइल की जांच की जाएगी। फिलहाल मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।
गरोठ बायपास रोड पर गिरिराज रतन कालोनी के समीप तेज रफ्तार डंपर चालक ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार युवक की मौत हो गई। लोग मंगलवार रात शव लेकर चिमनगंज थाने पहुंच गए थे। पुलिस ने आरोपित चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि कदवाली निवासी भूपेंद्रसिंह पंवार मंगलवार रात को बाइक से महानंदा नगर आ रहे थे। पंवार के साथ उनके चाचा का लड़का दूसरी बाइक पर था। गरोठ बायपास रोड पर गिरिराज रतन कालोनी के समीप रांग साइड से एक तेज रफ्तार डंपर चालक तेज गति से वाहन लाया और पंवार को जोरदार टक्कर मार दी। जिससे पंवार गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर काफी भीड़ एकत्र हो गई। एंबुलेंस की मदद से पंवार को चरक अस्पताल भेजा गया। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। लोग शव लेकर मंगलवार देर रात को ही चिमनगंज थाने पहुंच गए थे। जहां थाने का घेराव कर दिया। पुलिस ने डंपर क्रमांक जीजे 09 एयू 3386 के चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है।
महिदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम ईशनखेड़ी निवासी नाबालिग ने मंगलवार को जहरीला पदार्थ खा लिया। इलाज के लिए उसे उज्जैन स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां देर रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम किया है। पुलिस ने बताया कि नागेश्वर पुत्र नाहरसिंह हाड़ा उम्र 17 वर्ष निवासी ग्राम ईशनखेड़ी महिदपुर को उसकी मां ने मंगलवार को कुछ काम करने के लिए कहा था। जिसको लेकर वह नाराज हो गया था। उसने अपनी दादी सज्जनबाई से कहा कि मैं कुएं में कूद जाऊंगा और घर से बाहर भाग गया। पिता उसे रोकने लिए गए थे। मगर वह जंगल में भाग गया। इसके बाद उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। गंभीर हालत में उपचार के लिए उसे उज्जैन में चरक अस्पताल लाया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।