
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। जानलेवा चाइना डोर की चपेट में शनिवार को एक बाइक सवार आ गया। गंभीर हालत में चरक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। तुलसीराम पुत्र रामलाल राठौर उम्र 52 वर्ष निवासी गायत्री नगर शनिवार को दोपहिया वाहन से इंदिरा नगर से गुजर रहा था। उसी दौरान उसके चेहरे पर चाइना डोर आ गई थी। राठौर डोर को हटाता इससे पूर्व ही उसकी नाक कट गई। जिससे काफी खून बहने लगा था। गनीमत रही कि राठौर की आंखें बच गई। वहीं हाथ में भी गंभीर चोट लगी है। लोगों ने उसे उपचार के लिए चरक अस्पताल पहुंचाया था।
बता दें कि एक माह के दौरान ही चार लोग चाइना डोर की चपेट में आ चुके है। 20 दिसंबर को एग्रीकल्चर थर्ड सेमेस्टर का छात्र योगेश पुत्र ईश्वर आंजना उम्र 20 वर्ष निवासी ग्राम पिपलियाधूमा झारड़ा बाइक से अपने गांव से परीक्षा देने के लिए उज्जैन आया था। परीक्षा देकर वह शाम को दोपहिया वाहन से वापस गांव की ओर जा रहा था।
आगर रोड पर खिलचीपुर नाके के समीप आंजना के गले में चाइना डोर फंस गई और उसका गला बुरी तरह कट गया। चरक अस्पताल में डाक्टर ने उसके गले में दस टांके लगाए थे। इसी प्रकार विपुल महिवाल नामक युवक 7 दिसंबर की शाम करीब साढ़े पांच बजे दोपहिया वाहन से जीरो पाइंट ब्रिज से गुजर रहा था। उसी दौरान उसके गले में चाइना डोर फंस गई थी।
डोर से उसका गला कट गया था। पाटीदार अस्पताल में युवक के गले में टांके लगाए गए थे। इसके अलावा एक अन्य युवती का भी जीरो पाइंट ब्रिज पर गला कट गया था। इसके अलावा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ व विराट नगर में पतंग लूटने के दौरान दो बच्चे करंट लगने से बुरी तरह झुलस चुके हैं।
15 जनवरी 2022 को जीरो पाइंट पुल से दोपहिया वाहन से गुजर रही 11वीं कक्षा की छात्रा नेहा आंजना की चाइना डोर से गला कटने से मौत हो चुकी है। इसके अलावा बीते वर्ष भी कई लोगों के हाथ, पैर व गले में चाइना डोर फंसने से वह घायल हो चुके हैं।
कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने चाइना डोर की बिक्री, उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है। जिले की पुलिस भी लगातार चाइना डोर को लेकर सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस पतंग दुकानों की जांच के अलावा घरों की छतों पर जाकर पतंग उड़ा रहे बच्चों की डोर की जांच कर रही है। इसके अलावा पुलिस बच्चों को समझाइश भी दे रही है कि वह चाइना डोर का उपयोग ना करें, इससे लोगों की जान भी जा सकती है। मगर इसके बाद भी डोर का उपयोग नहीं रोका जा रहा है।