नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। राज्य साइबर सेल ने मंदसौर जिले के शामगढ़ में फर्जी काल सेंटर संचालित करने वाले सरगना को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। नवंबर 2024 को पुलिस ने दबिश देकर 17 युवतियों सहित 22 लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपित डायमंड रिसर्च नाम से कंपनी बनाकर एल्गो मोबाइल ऐप के माध्यम से लोगों को शेयर बाजार में निवेश का झांसा देते थे। कम से कम दस हजार रुपये के निवेश पर रोजाना पांच से सात फीसद मुनाफा होने की बात कर लोगों को ठगा जाता था।
जानकारी के अनुसार, राज्य साइबर सेल की उज्जैन टीम ने 14 नवंबर 2024 को शामगढ़ में पंजाबी कॉलोनी में एक फर्जी काल सेंटर पकड़ा था। यहां काम करने वाली युवतियां लोगों को फोन कर शेयर बाजार में निवेश करने व मुनाफा होने का झांसा देते थे। पुलिस ने मौके से 17 युवतियों सहित 22 लोगों को गिरफ्तार किया था, मगर मुख्य सरगना कुशाल पुत्र गोपाल केवट निवासी ग्राम कंवला थाना भानपुरा जिला मंदसौर छापेमारी के बाद से ही फरार चल रहा था। उसके खिलाफ पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा था।
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मंगलवार को राज्य साइबर सेल की टीम ने आरोपित को गांधीसागर चौराहा मंदसौर से गिरफ्तार कर लिया है। एल्गो ऐप के माध्यम से करवा रहे थे निवेश आरोपित शेयर ट्रेडिंग के नाम पर डायमंड रिसर्च कंपनी बनाकर एल्गो मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से लोगों को निवेश करने के लिए काल करते थे। लोगों को कम से कम 10 हजार रुपये के निवेश करने पर रोजाना पांच से सात फीसदी मुनाफे का भी झांसा दिया गया था। इसके बाद ठगी की राशि फर्जी बैंक खातों में आनलाइन ट्रांसफर करवाते थे।
साफ्टवेयर के माध्यम से मुनाफे का देते थे झांसा काल सेंटर में काल करने वाले युवक व युवती लोगों को फोन पर शेयर मार्केट में एल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से अधिक मुनाफा का झांसा देकर उनसे निवेश कराते थे। इसके बाद फर्जी तरीके से उनकी राशि अपने बैंक खातों में जमा करवा लेते थे।