Pandit Pradeep Mishra: क्रोध के समय वाणी व विचारों पर संयम रखे : पंडित प्रदीप मिश्रा
Pandit Pradeep Mishra पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में दूसरे दिन और बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या, अतिरिक्त पंडाल लगा रहे आयोजक। ...और पढ़ें
By Hemant Kumar UpadhyayEdited By: Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Wed, 05 Apr 2023 06:33:15 PM (IST)Updated Date: Thu, 06 Apr 2023 08:42:19 AM (IST)

Pandit Pradeep Mishra: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। क्रोध के समय वाणी व विचारों पर संयम रखें, फिर देखिए आपकी ओर से शिव जवाब देंगे। मैनावती ने अपनी भाई राजा भर्तृहरि को पत्नी वियोग के समय यही सीख दी थी। अगर गुरु प्रबल है, तो वह शिष्य को भी प्रबल बना देगा। उज्जैन की धर्मधरा ऐसे ही साधक, आराधक, तपस्वी और मनीषियों की भूमि है। भगवान महाकाल ने उज्जैन के लोगों को इस नगरी का महत्व बताने के लिए ही यहां शिव महापुराण का आयोजन कराया है।
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यह बात प्रसिद्ध कथा वाचक पं.प्रदीप मिश्रा ने उज्जैन के बड़नगर रोड पर चल रही श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन बुधवार को भक्तों से कही।
उन्होंने कथा के शुरुआती चालीस मिनट उज्जैन के महत्व को रेखांकित किया और माता हरसिद्धि, सम्राट विक्रमादित्य व भर्तृहरि से जुड़े अनेक प्रसंग सुनाए। कथा सुनने के लिए देशभर से लोगों का उज्जैन पहुंचने का सिलसिला जारी है। श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके लिए आयोजकों को अतिरिक्त इंतजाम जुटाना पड़ रहे हैं। भक्तों की भीड़ को देखते हुए कथा स्थल पर अतिरिक्त पंडाल लगाए जा रहे हैं।
बाल गोपाल की मूर्ति लेकर कथा सुनने पहुंच रहे भक्त
देशभर से कथा सुनने आए भक्त अपने साथ भगवान बाल गोपाल की मूर्ति भी लाए हैं। दूसरे दिन पंडाल में बड़ी संख्या में ऐसे भक्त दिखाई दिए।