Shiv Navratri in Mahakal Temple: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार से शिव नवरात्र उत्सव की शुरुआत हुई। दूल्हा बने राजा महाकाल के निराले रूप ने भक्तों का मन मोह लिया। शिव पंचमी से शुरू हुई शिव नवरात्र का समापन एक मार्च को महाशिवरात्रि पर होगा। नौ दिन तक भगवान का अलग-अलग रूपों में शृंगार होगा। सोमवार सुबह 9.30 बजे भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक-पूजन किया गया। दोपहर तीन बजे संध्या पूजा के बाद भगवान को नवीन वस्त्र व आभूषण धारण कराकर दूल्हे के रूप में शृंगार किया गया। परंपरा अनुसार शिव नवरात्र के पहले दिन भगवान को सोला (धोती), दुपट्टा, चांदी का मुकुट, चांदी की मुंडमाला तथा जलाधारी पर वस्त्र (मेखला) धारण कराई जाती है।
कलेक्टर के निर्देश- श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के बेहतर इंतजाम हों
महाशिवरात्रि पर 1 मार्च को देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा से भगवान महाकाल के दर्शन होना चाहिए। भक्तों की सुरक्षा के लिए भी बेहतर इंतजाम की आवश्यकता है। विभागवार तैयारियों को शीघ्रता से अंतिम रूप दिया जाए, ताकि पर्व सानंद संपन्न हो सके। यह बात कलेक्टर आशीष सिंह ने सोमवार को महाकाल मंदिर प्रशासनिक कार्यालय में महाशिवरात्रि की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने विभिन्ना् विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय सीमा में सौंपे गए कार्य को पूर्ण करना सुनिश्चित करें। महाशिवरात्रि पर भक्तों को सुगमता से भगवान महाकाल के दर्शन हों, इसके लिए प्रवेश से निर्गम तक के संपूर्ण मार्ग पर बैरिकेडिंग की जानी चाहिए।
दर्शनार्थी अपनी निर्धारित लाइन में लगकर मंदिर में प्रवेश करे तथा बाहर निकलने पर भी बैरिकेडिंग से होकर चारधाम मंदिर पहुंचे। जूता स्टैंड, प्रसाद काउंटर तथा अन्य सुविधाओं का इंतजाम करने की जिम्मेदारी विकास प्राधिकरण को दी गई है। आवश्यकता पड़ने पर श्रद्धालुओं को तुरंत प्राथमिक उपचार मिल सके, इस हेतु जिला स्वास्थ्य अधिकारी को मंदिर परिक्षेत्र में तीन चार स्थानों पर एंबुलेंस खड़ी करने के निर्देश दिए। वाहन पार्किंग हेतु अतिरिक्त पुलिस अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैठक में महंत विनीतगिरीजी महाराज, पुजारी प्रदीप गुरु,एसडीएम संतोष टैगोर, प्राधिकरण सीईओ सोजानसिंह रावत, एसडीएम संजीव साहू सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
यह भी निर्देश
- खोया पाया केंद्र की व्यवस्था हेतु चि-ति स्थानों पर पीए सिस्टम स्थापित करें।
- सीसीटीवी कैमरे तथा एलईडी मंदिर समिति द्वारा लगाई जाएगी।
- मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ को श्रद्धालुओं के पेयजल हेतु डेढ़ लाख से अधिक पानी की बोतलें वितरित करने को कहा