नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। नागपंचमी पर महाकालेश्वर मंदिर परिसर में देवास से भाजपा विधायक गायत्री राजे पवार के बेटे विक्रम सिंह के वाहनों के काफिले के साथ श्री महाकाल महालोक में घुसने के मामले में 29,500 रुपये की चालानी कार्रवाई कर तीनों कारों को छोड़ दिया गया।
इधर, देवास एसपी संपत उपाध्याय ने एएसपी देवास को जांच के आदेश दिए हैं कि फालो वाहन जिले की सीमा से बाहर उज्जैन कैसे व किन परिस्थितियों में पहुंचा। नागपंचमी पर पुलिस ने यातायात के विशेष इंतजाम किए थे।
मंदिर परिक्षेत्र के अधिकांश मार्गों पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित था, वहीं कुछ मार्ग एकांगी थे। बावजूद इसके विक्रम सिंह सुरक्षा इंतजामों को दरकिनार करते हुए वाहनों के काफिले के साथ महाकाल महालोक के नंदी द्वार से भीतर प्रवेश कर गए थे।
एक साथ तीन कारों को आते देख कलेक्टर नीरज कुमार सिंह व एसपी प्रदीप शर्मा ने गाड़ियों को रुकवाया तथा चालकों को फटकार लगाई। इसके बाद वाहनों को जब्त कर यातायात थाने भेज दिया था।
देवास एसपी संपत उपाध्याय ने बताया कि शहर में रावतपुरा सरकार की सुरक्षा के लिए फालो वाहन लगा है। यह उज्जैन कैसे व किन परिस्थितियों में गया, इसकी जांच के लिए एडिशनल एसपी जयवीरसिंह भदौरिया को जांच के निर्देश दिए हैं। तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा है।
विक्रमसिंह पवार ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। उनकी ओर से यही कहा गया कि भीड़ अधिक थी। कंफ्यूजन के कारण साथ वाले वाहन नो इंट्री में चले गए थे।
महाकाल महालोक में देवास विधायक के पुत्र कारों के साथ अंदर चले गए थे। एसपी प्रदीप शर्मा के निर्देश पर तीन कारों को जब्त कर लिया था। तीनों कारों पर नियमानुसार 29 हजार पांच सौ रुपये का चालान बनाया गया है। - विक्रमसिंह कनपुरिया, डीएसपी यातायात, उज्जैन