नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन (Ujjain News)। उज्जैन विकास प्राधिकरण ने गुरुवार को महाकाल मार्ग स्थित बेगमबाग में अवैध रूप से बनाए दो मकानों को जमींदोज कर भूखंडों पर कब्जा ले लिया। 49 नंबर का भूखंड कनीज खान और 55 नंबर का भूखंड जावेद एवं जुल्फिकार खान के नाम आवंटित था। इस पर बने भवनों को कोर्ट से स्टे हटते ही प्राधिकरण ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ढहा ढिया। यह कार्रवाई उन 28 भूखंडों की पहली कड़ी है, जिनका लीज आवंटन 2023 में नियम उल्लंघन के चलते निरस्त किया गया था।
बता दें, हरिफाटक क्षेत्र में वर्ष 1980 के पहले विकसित महाकाल रोड साइड कालोनियों में उज्जैन विकास प्राधिकरण ने 216 वर्ग मीटर या उससे अधिक आकार के भूखंड 30 साल की लीज पर दिए थे। उद्देश्य था आवासीय सुविधा, लेकिन समय के साथ नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं।
अधिकांश भवनों में होटल, रेस्त्रां, दुकानें और छोटे उद्योग संचालित होने लगे। लीज नवीनीकरण तक नहीं कराया गया और सर्विस रोड पर भी कब्जा जमाया गया। वर्ष 2023 में सीईओ संदीप सोनी के निर्देश पर कराए गए सर्वे में ये अनियमितताएं सामने आईं। 35 भूखंडधारकों को नोटिस भेजे गए, पर जब कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो प्राधिकरण ने लीज निरस्त कर दी। सभी कोर्ट की शरण में गए।
हाल ही में दो मामलों में स्टे हटते ही यह कार्रवाई की गई। अधिकारियों का कहना है कि लीज निरस्त किए सभी 28 भवन तोड़े जाते हैं तो मार्ग चौड़ीकरण में आसानी होगी।
महाकाल मार्ग पर भूखंड क्रमांक 49 और 55 के स्वामियों ने भूखंड आवंटन की लीज के नियम का उल्लंघन किया था। विकास प्राधिकरण ने लीज समाप्त होने के बाद नगर निगम के सहयोग से भवन हटाकर जमीन पर कब्जा लिया है। आगे भी विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। -संदीप सोनी, सीईओ, उज्जैन विकास प्राधिकरण
अधिकारियों ने शहरकाजी और मुस्लिम समाज के लोगों को समझाया। इसके बाद लोगों ने कार्रवाई में सहयोग किया। बताया जाता है जिन संपत्तियों पर कार्रवाई की गई है, उनमें नियमों के विपरीत बनाई गई और लीज शर्तों का भी पालन नहीं किया गया है। कुल 28 संपत्तियों पर कार्रवाई की जा रही है।
खेड़ाखजूरिया। स्थानीय बाजार में गत कई दिनों से बार-बार जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। जाम लगने का प्रमुख कारण घोंसला महिदपुर मार्ग व जगोटी मार्ग पर होटल संचालकों, किराना व अन्य दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करना है। दुकानों के बाहर सामान रखते हैं, जिसके कारण वहां से निकल नहीं पाते। दिन में कई बार जाम की स्थिति निर्मित होती है। इ
सके अलावा जाम लगने का दूसरा प्रमुख कारण दोपहिया व फोर व्हीलर वाहनों को सड़क किनारे खड़े करना भी है। इसके कारण भी यातायात बाधित होता है। वाहन चालकों को, ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों को अवगत करवाते हुए उक्त समस्या के निराकरण की मांग की है।